योगराज सिंह का बड़ा बयान, एमएस धोनी और अर्जुन तेंदुलकर पर चौंकाने वाली टिप्पणियां
पूर्व क्रिकेटर और युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने, हाल ही में एमएस धोनी पर तीखी टिप्पणियां की हैं जिसमें उन्होंने धोनी को गंभीर आरोपों का सामना करने की चुनौती दी है. योगराज का कहना है कि धोनी को उनके बेटे के खिलाफ किए गए कार्यों के लिए कभी माफ नहीं किया जा सकता. इसी इंटरव्यू में, योगराज ने अर्जुन तेंदुलकर के भविष्य पर भी टिप्पणी की जिसमें उन्होंने कोयले और हीरे के उदाहरण का उपयोग किया.
Cricket World: योगराज सिंह पूर्व क्रिकेटर और युवराज सिंह के पिता, अक्सर अपने बयानों के लिए सुर्खियों में रहते हैं. हाल ही में उन्होंने कपिल देव और एमएस धोनी पर विवादास्पद टिप्पणियां कीं है. स्विच यूट्यूब चैनल पर दिए एक इंटरव्यू में योगराज सिंह ने एमएस धोनी को आलोचना का निशाना बनाया.
उन्होंने कहा कि वह धोनी को कभी माफ नहीं कर सकते और यह भी टिप्पणी की, कि धोनी को अपने किए गए कार्यों पर आत्मनिरीक्षण करना चाहिए. योगराज सिंह का आरोप है कि धोनी ने उनके बेटे के खिलाफ कुछ गलत किया है और इस बात को कभी नहीं भुलाया जा सकता है.
युवराज को किया प्रशिक्षित
योगराज सिंह और युवराज सिंह का संबंध काफी खास रहा है. योगराज ने युवराज को क्रिकेट में प्रशिक्षित किया और उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इसके अलावा, सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने भी योगराज से प्रशिक्षण प्राप्त किया है.
Yograj Singh 😭 pic.twitter.com/7SDTKKzAxr
— Gagan🇮🇳 (@1no_aalsi_) September 6, 2024
कोयले कि खदान में हीरा
इसी इंटरव्यू में, एंकर ने अर्जुन तेंदुलकर के भविष्य पर योगराज सिंह से सवाल किया तो योगराज ने जवाब में कहा, 'कोयले की खदान में हीरा होता है अगर इसे सही हाथों में तराशा जाए, तो वह कोहिनूर बन जाता है. यह बात अर्जुन तेंदुलकर पर भी लागू होती है. अगर सही मार्गदर्शन और प्रशिक्षण मिले, तो वह भी महान खिलाड़ी बन सकते हैं'.
परिवार वालों ने कि थी आलोचना
योगराज ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि शुरुआत में उनके परिवार और रिश्तेदारों ने उनकी आलोचना की और कहा कि उन्हें पिता नहीं बनना चाहिए था. लेकिन योगराज ने कभी हार नहीं मानी और अपने बेटे को हमेशा सही मार्गदर्शन दिया. उन्होंने अपने बेटे युवराज की कड़ी मेहनत और भगवान की कृपा को इस सफलता का कारण बताया है.
इस प्रकार योगराज सिंह ने अपने बेटे के करियर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अर्जुन तेंदुलकर जैसे युवा खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बने.