धनश्री वर्मा को गुजारा भत्ता के तौर पर 4.75 करोड़ रुपये देंगे युजवेंद्र चहल : रिपोर्ट
भारतीय क्रिकेटर युजवेंद्र चहल और अभिनेता-कोरियोग्राफर धनश्री वर्मा के बीच तलाक की कार्यवाही में एक अहम मोड़ आया है. युजवेंद्र चहल ने तलाक समझौते के तहत धनश्री वर्मा को गुजारा भत्ता के रूप में 4.75 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है. अदालत ने बिना छह महीने की कूलिंग-ऑफ अवधि के गुजारा भत्ता का विवरण देने की अनुमति दी, ताकि तलाक की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जा सके.

भारतीय क्रिकेटर युजवेंद्र चहल और अभिनेता-कोरियोग्राफर धनश्री वर्मा के बीच तलाक की कार्यवाही में एक अहम विकास हुआ है. बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार, चहल ने तलाक समझौते के तहत धनश्री वर्मा को गुजारा भत्ता के रूप में 4.75 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है.
जारा भत्ता की राशि का खुलासा
अलगाव के बाद कई सप्ताह से अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन बंबई उच्च न्यायालय में तलाक की सुनवाई के दौरान इस गुजारा भत्ता की राशि का खुलासा किया गया. अदालत ने बिना छह महीने की कूलिंग-ऑफ अवधि के गुजारा भत्ता का विवरण देने की अनुमति दी, ताकि तलाक की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जा सके.
चहल ने पहले ही 2.37 करोड़ रुपये की गुजारा भत्ता राशि का भुगतान कर दिया है. बंबई उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति माधव जामदार ने कहा कि अदालत के अंतिम फैसले के बाद शेष राशि को स्थायी गुजारा भत्ता के रूप में दिया जा सकता है. इसके साथ ही न्यायालय ने 20 मार्च को पारिवारिक अदालत को तलाक पर अपना निर्णय सुनाने का आदेश भी दिया.
2020 में हुई थी शादी
दो साल तक अलग रहने के बाद 2025 में तलाक के लिए अर्जी दी. उन्होंने फरवरी 2023 में पारिवारिक अदालत से कूलिंग-ऑफ अवधि को माफ करने की मांग की थी, लेकिन 20 फरवरी को अदालत ने इसे खारिज कर दिया, यह कहकर कि चहल ने पूरी गुजारा भत्ता राशि का भुगतान नहीं किया था.
तलाक की घोषणा से पहले सोशल मीडिया पर उनके रिश्ते के बारे में अफवाहें फैलने लगी थीं, क्योंकि दोनों ने एक-दूसरे को इंस्टाग्राम पर अनफॉलो कर दिया था. बाद में, गुजारा भत्ता राशि के बारे में 60 करोड़ रुपये तक के दावे किए गए, जिस पर धनश्री वर्मा के परिवार ने आलोचना की और कहा कि ऐसी कोई राशि कभी नहीं मांगी गई या दी गई. उन्होंने मीडिया से अपील की है कि वे इस तरह की झूठी जानकारी फैलाने से बचें और निजता का सम्मान करें.