'6000 पुलिसकर्मी, 2500 से ज्यादा रैलियां', पश्चिम बंगाल में धूमधाम से मनाई गई रामनवमी

पूरे पश्चिम बंगाल में करीब 2500 रैलियां आयोजित की गईं, जिनमें शांति सुनिश्चित करने के लिए 6,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया. रविवार को सुबह से ही जश्न शुरू हो गया, जिसमें भगवा वस्त्र पहने भक्त, धार्मिक नारे और रामायण के दृश्यों को दर्शाती झांकियों के साथ जुलूस शामिल थे. 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले विपक्ष के नेता और नंदीग्राम से भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने पूर्व मेदिनीपुर जिले के सोनाचूरा गांव में राम मंदिर की आधारशिला रखी.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

पश्चिम बंगाल में रविवार को रामनवमी के जश्न में धार्मिक उत्साह और राजनीतिक लामबंदी देखने को मिली, जिसमें पूरे राज्य में हाई-प्रोफाइल रैलियां और जुलूस निकाले गए. बीजेपी और टीएमसी दोनों के नेताओं ने संभावित अशांति की चिंताओं के कारण कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. टीएमसी ने बीजेपी पर रामनवमी समारोह के ज़रिए हिंदू वोटों को एकजुट करने की कोशिश करने का आरोप लगाया.

2026 के विधानसभा चुनावों से पहले विपक्ष के नेता और नंदीग्राम से भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने पूर्व मेदिनीपुर जिले के सोनाचूरा गांव में राम मंदिर की आधारशिला रखी. यह स्थल ऐतिहासिक महत्व रखता है क्योंकि यह 2007 के भूमि अधिग्रहण विरोधी प्रदर्शनों का केंद्र था, जहां उपद्रवियों द्वारा की गई गोलीबारी में कम से कम सात प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी.

हम शांतिप्रिय लोग हैं

जय श्री राम, भगवान राम की जय के नारों के बीच, भगवा वस्त्र पहने अधिकारी ने शाहिद मीनार से सोनाचूरा में प्रस्तावित मंदिर स्थल तक एक रैली का नेतृत्व किया. उन्होंने कहा कि हम शांतिप्रिय लोग हैं. हम ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे जो कानून तोड़ने के बराबर हो. अधिकारी ने कहा कि श्रद्धालु प्रार्थना और भक्ति गीतों में बिजी थे. उन्होंने कहा कि यह हजारों वर्षों से राम नवमी मनाने का पारंपरिक तरीका रहा है. उन्होंने इस अवसर के इर्द-गिर्द राजनीतिक प्रचार को खारिज करते हुए कहा कि उत्सव के इर्द-गिर्द प्रचार करने की कोई आवश्यकता नहीं थी. भगवान राम को हिंदुओं के लिए विश्वास और आस्था का प्रतीक हैं, अधिकारी ने कहा कि जल्द ही उस स्थान पर एक मंदिर बनेगा.

6000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात

पूरे पश्चिम बंगाल में करीब 2500 रैलियां आयोजित की गईं, जिनमें शांति सुनिश्चित करने के लिए 6,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया. रविवार को सुबह से ही जश्न शुरू हो गया, जिसमें भगवा वस्त्र पहने भक्त, धार्मिक नारे और रामायण के दृश्यों को दर्शाती झांकियों के साथ जुलूस शामिल थे. भाजपा सांसद सुकांत मजूमदार हावड़ा के शिबपुर में 'अंजनी पुत्र सेना' रैली में शामिल हुए, जबकि साथी पार्टी नेता सौमित्र खान ने बांकुरा में एक जुलूस के दौरान अपने 'लाठी खेला' का प्रदर्शन किया. उत्तर हावड़ा के सलकिया में टीएमसी पार्षद गौतम चौधरी ने विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) द्वारा आयोजित एक रैली में भाग लिया.

पुलिस कैसे रोक सकती है?

भाजपा की लॉकेट चटर्जी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कोलकाता उपनगर में रामनवमी रैली रोकी. कोलकाता के पास न्यू टाउन में तनाव बढ़ गया, जहां भाजपा नेता लॉकेट चटर्जी ने एक जुलूस का नेतृत्व किया जिसे पुलिस ने केष्टोपुर के पास रोक दिया. पुलिस ने साल्ट लेक की ओर जाने वाले वीआईपी रोड के पास बैरिकेड्स लगा दिए थे. तीखी नोकझोंक के बाद चटर्जी ने पुलिस के कदम पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह कोई राजनीतिक रैली नहीं है. यह एक आध्यात्मिक समागम है जिसमें लोगों अपनी इच्छा से शामिल हुए हैं. इस रैली को पुलिस कैसे रोक सकती है, जिसके पास आवश्यक अनुमति है? बाद में उन्होंने बैरिकेड्स को पार कर लिया और प्रतिभागियों से वैकल्पिक मार्ग लेने का आग्रह किया. न्यू टाउन में राम मंदिर से शुरू हुई रैली का समापन दमदम में हनुमान मंदिर में होना था, जिसमें भाजपा नेता अर्जुन सिंह शुरुआती चरण में शामिल हुए.

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06 April 2025, 06:36 PM IST

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