Indore Garba News: नवरात्र के नवरंगों में सियासत ने एक और रंग भर दिया है. नवरात्रि में गरबा खेलने का आनंद ही कुछ और है. गरबा खेलने वाले गैर-हिन्दुओं का प्रतिशत बढ़ा है. इन गैर-हिंदुओं को गिरफ्तार करने के लिए इंदौर बीजेपी जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा द्वारा सुझाई गई एक रणनीति पर विवाद खड़ा हो गया है. उनके मुताबिक गरबा पंडाल में प्रवेश के लिए सभी को गोमूत्र दिया जाना चाहिए. तभी उस व्यक्ति को पंडाल, मंडप में प्रवेश की अनुमति दी जाए.
आगे उन्होंने कहा कि हिंदू को गोमूत्र पीने से कोई आपत्ति नहीं है. दूसरों को यह कठिन लग सकता है. इसलिए उन्होंने सभी गरबा मंडलों को ये ट्रिक सुझाई है. उन्होंने कहा कि आजकल आधार कार्ड बदलना और नाम, पता, धर्म बदलना आसान है, फर्जी आधार कार्ड बनाना भी आसान है. उनका दावा है कि कई गैर-धार्मिक लोग अपनी पहचान छिपा रहे हैं और गरबा का इस्तेमाल धर्मांतरण के लिए कर रहे हैं. उन्होंने गोमूत्र का समाधान सुझाया है.
चिंटू वर्मा ने सलाह दी कि गोमूत्र पिए बिना किसी को भी गरबा पंडाल में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. उन्होंने यह बयान गरबा पंडाल में महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए दिया है. उन्होंने हिंदुओं से हिंदू संस्कृति के अनुसार कपड़े पहनकर और गंध-तिलक लगाकर गरबा में प्रवेश करने की अपील की. हिंदू गाय को अपनी माता मानते हैं, इसलिए गोमूत्र पीना हिंदू के लिए कोई समस्या नहीं है. लेकिन दूसरे धर्म के लोग गरबा मंडप में आकर संस्कृति को बिगाड़ रहे हैं. वर्मा ने यह समाधान इसलिए सुझाया है क्योंकि इससे महिलाओं की सुरक्षा को खतरा है.
हिंदू संस्कृति के अनुसार किसी के पहनावे और व्यवहार में क्या बुराई है? उन्होंने ये सवाल पूछा. उन्होंने गरबा खेलने आने वालों से मंडप में आने से पहले गोमूत्र लेने का आग्रह किया. इस पर आपत्ति जताने से क्या फायदा? उन्होंने ऐसा प्रश्न पूछा. पितृपक्ष अब खत्म होने वाला है. उसके बाद गुजरात, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में भी नवरात्रि बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है.
इनमें से कई राज्यों में गरबा खेला जाता है. इसलिए चिंटू वर्मा ने हिंदुओं से बड़ी संख्या में इसमें भाग लेने की अपील की है. वर्मा ने गरबा मंडल में दूसरे धर्म की महिलाओं के साथ बढ़ती छेड़छाड़ को रोकने के लिए गोमूत्र पीने का उपाय सुझाने का दावा किया है. First Updated : Tuesday, 01 October 2024