'सरकार चुनाव आयोग और नौकरशाही को कंट्रोल कर रही है', झारखंड में BJP पर बरसे राहुल गांधी
Jharkhand Election: झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले रांची में 'संविधान सम्मान सम्मेलन' को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी चुनाव आयोग, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर विभाग और नौकरशाही को नियंत्रित करती है.
Jharkhand Election: झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं. इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज यानी शनिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चुनाव आयोग, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर विभाग और नौकरशाही को नियंत्रित करती है. झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले रांची में 'संविधान सम्मान सम्मेलन' को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया, 'भाजपा भी धन और संस्थानों को नियंत्रित करती है, लेकिन हमारे पास ईमानदारी है. कांग्रेस ने बिना धन के लोकसभा चुनाव लड़ा था.'
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राहुल गांधी ने दावा किया कि भाजपा द्वारा संविधान पर 'हमला' किया जा रहा है और इसकी रक्षा की जानी चाहिए, गांधी ने आरोप लगाया, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत सभी तरफ से संविधान पर लगातार हमला हो रहा है और इसकी रक्षा की जरूरत है.' बता दें, कि चुनाव आयोग द्वारा राज्य में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद यह गांधी की झारखंड की पहली यात्रा थी.
'आदिवासी बनाम वनवासी'
इस बीच अपने संबोधन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्गों के अधिकार छीनने का आरोप लगाया. गांधी ने कहा, 'पीएम मोदी कहते हैं कि वे दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्गों का सम्मान करेंगे, लेकिन फिर उनके अधिकार छीन लेते हैं.' वे आपको सम्मान देते हैं, लेकिन संस्थानों से बाहर निकाल देते हैं.'
गांधी ने आदिवासियों को कथित तौर पर 'वनवासी' कहे जाने की भी आलोचना की और आरोप लगाया कि भाजपा उनके इतिहास को नष्ट करने की कोशिश कर रही है. गांधी ने कहा, 'जब भाजपा के लोग आदिवासियों को वनवासी कहते हैं, तो वे क्या करना चाहते हैं? वे आपके जीने के तरीके, इतिहास और विज्ञान को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसका आप हजारों सालों से पालन करते आ रहे हैं. आदिवासी का मतलब है वे जो पहले मालिक थे जबकि वनवासी का मतलब है वे जो जंगल में रहते हैं...जब इस शब्द का इस्तेमाल किया जाता है, तो यह सिर्फ एक शब्द नहीं होता है। यह आपका पूरा इतिहास है.'
मजदूरों, बढ़ई, नाई, मोची का इतिहास कहां है?
उन्होंने कहा, 'मैंने भारत की शिक्षा प्रणाली में अध्ययन किया है. आदिवासियों के बारे में आपको केवल 10-15 लाइनें मिलेंगी. उनका इतिहास क्या है, उनका जीवन जीने का तरीका क्या है. उसके बारे में कुछ नहीं लिखा गया है. आपके लिए ओबीसी शब्द का इस्तेमाल किया गया. क्या यह आपका नाम है? किसने कहा कि आप पिछड़े हैं? आपको आपके अधिकार नहीं दिए गए हैं. इस देश को बनाने वाले किसानों, मजदूरों, बढ़ई, नाई, मोची का इतिहास कहां है?