Haryana News: हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों के बीच हलचल तेज हो गई है. इस बीच कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को लेकर बड़ा दावा किया है. पार्टी ने कहा कि खट्टर मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद उन्होंने कांग्रेस से संपर्क साधा था. लेकिन खट्टर और बीजेपी की तरफ से इसे लेकर किसी भी तरह का आधिकारिक बयान सामने नहीं आया हैं.दरअसल खट्टर ने लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया था. इसके बाद राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में नायब सिंह सैनी ने शपथ ग्रहण की थी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, खट्टर को लेकर ये दावा कांग्रेस के सीनियर नेता पवन खेड़ा ने किया है. उन्होंने कहा कि खट्टर सीएम पद से हटाए जाने के बाद कांग्रेस के पास आए थे. उन्होंने यह भी कहा कि खट्टर पद से हटाए जाने के चलते बेहद दुखी थे और कुछ सहयोगियों के साथ कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा जाहिर करते हुए संदेश दिया था. उन्होंने कहा, 'ऐसा नहीं हो सका. ऐसा नहीं हुआ. हमारे एक सीनियर नेता पूरी कहानी बताएंगे. उन्हें मना करने दीजिए.'
खेड़ा ने सवाल किया कि खट्टर को 9 साल से ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री बनाए रखने के बाद उन्हें अचानक पद से हटा दिया गया. पोस्टर्स से अब उनका चेहरा गायब क्यों है. खेड़ा ने कहा कि भाजपा नेतृत्व की तरफ से इस पर बात करना बाकी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार विदेशी मेहमानों से भारत की गरीबी छिपाते हैं और खट्टर के मामले में भी ऐसा ही हुआ है.
इस बीच पवन खेड़ा ने यह भी दावा किया कि खट्टर कथित तौर पर अपने ही पार्टी के उम्मीदवारों के हराने के लिए काम कर रहे थे. उन्होंने कहा, 'हमें पता है कि कौन एक-दूसरे को हराने के लिए साजिश कर रहा था. टिकट की अंतिम सूची जारी होने तक भाजपा के एक वरिष्ठ नेता संपर्क में थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका.'
कांग्रेस नेता का ये बयान ऐसे समय पर सामने आया है, जब हाल ही में खट्टर ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा को भाजपा में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था. लेकिन कुमारी शैलजा ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की पेशकश को अस्वीकार कर दिया था. बता दें, कि खट्टर की पेशकश के बाद से कुमारी शैलजा को लेकर सियासी गलियारों में भाजपा के साथ जाने के कयास लगाए जा रहे थे.
इस बीच भाजपा में शामिल होने की अफवाहों पर जवाब देते हुए कुमारी शैलजा ने कहा था कि भाजपा नेताओं को उन्हें सलाह देने से बचना चाहिए. 'कांग्रेस मेरे खून में है. जिस तरह मेरे पिता को पार्टी के झंडे में लपेटा गया था, उसी तरह मैं भी पार्टी छोड़ दूंगी.' First Updated : Tuesday, 24 September 2024