'फिर शर्मसार हुआ उत्तर प्रदेश', बलिया में 5 साल की नाबालिग से 3 लड़कों ने किया रेप
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से एक 5 साल की नाबालिग के साथ 3 लड़कों द्वारा रेप करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया है. इनकी उम्र 6, 13 और 16 साल है. घटना 16 अक्टूबर की शाम को कोतवाली थाना क्षेत्र में हुई.
Uttar Pradesh News: देश में आए दिन किसी न किसी नाबालिग लड़की के साथ रेप होने के मामले सामने आ रहे हैं. इस बीच ताजा मामला उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से सामने आया है. यहां तीन लड़कों द्वारा कथित तौर पर पांच साल की एक बच्ची के साथ बलात्कार किया गया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, आज यानी शनिवार को पुलिस ने यह जानकारी दी. सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है. इनकी उम्र 6, 13 और 16 साल है. घटना 16 अक्टूबर की शाम को कोतवाली थाना क्षेत्र में हुई.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस अधीक्षक (एसपी) विक्रांत वीर ने मामले को लेकर बताया कि लड़की के साथ उसके घर की छत पर तीन लड़कों ने बलात्कार किया. वे वहां किराएदार के तौर पर रह रहे थे. इस बीच क्षेत्र के एसएचओ ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद एसपी वीर ने फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल का दौरा किया और निरीक्षण किया.
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ इस धाराओं में दर्ज किया केस
इस बीच स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) योगेंद्र बहादुर सिंह ने आगे कहा कि लड़की की मां की शिकायत के आधार पर शुक्रवार रात आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. वहीं तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.
पिछले महीने भी आया था नाबालिग से रेप का मामला
पिछले महीने बलिया के सदर कोतवाली थाना क्षेत्र में एक सुनसान स्थान पर सात साल की बच्ची के साथ दो नाबालिग लड़कों (एक 8 साल का और दूसरा 7 साल का) ने कथित तौर पर बलात्कार किया था. दरअसल, पड़ोस में रहने वाले दो लड़कों ने कथित तौर पर बच्ची को खेलने के बहाने बहला-फुसलाकर सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ बलात्कार की घटना को अंजाम दिया था.
इस हालात में घर लौटी थी बच्ची
इस बीच घटना को लेकर पुलिस ने बताया था कि बच्ची खून से लथपथ घर लौटी और अपने माता-पिता को घटना की जानकारी दी थी. इस दौरान घर वालों ने तुरंत उसे इलाज के लिए जिला महिला अस्पताल पहुंचाया और पुलिस को सूचित किया. परिवार की शिकायत पर दोनों आरोपी नाबालिगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की गई और बाद में उन्हें सरकारी बाल आश्रय गृह भेज दिया गया.