'गलती हो गई कि हम दो बार...,' पाला बदलने पर अमित शाह के सामने क्या बोले नीतीश कुमार?
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार के पटना में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरकार के विकासात्मक कार्यों पर प्रकाश डाला. नीतीश कुमार ने राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर बयान दिया.

बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर केंद्रीय गृहमंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह का दौरा बेहद अहम माना जा रहा है. पटना के बापू सभागार में आयोजित केंद्र और राज्य सरकार की कई योजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम में अमित शाह पहुंचे. इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहे, जिन्होंने सरकार के विकासात्मक कार्यों पर विस्तार से बात की.
इस कार्यक्रम के दौरान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के विकास के कई पहलुओं को उजागर किया और केंद्र सरकार द्वारा राज्य को दी गई विशेष सहायता का जिक्र किया. इसके साथ ही, उन्होंने कुछ राजनीतिक मुद्दों पर भी खुलकर बयान दिया, जिससे राजनीतिक माहौल गरमा गया.
केंद्र सरकार की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
पटना के बापू सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में अमित शाह ने कई महत्वपूर्ण योजनाओं का शिलान्यास किया और कुछ परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया. इनमें सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, बाढ़ नियंत्रण के लिए विशेष आर्थिक सहायता योजनाएं शामिल हैं. इसके अलावा, मखाना बोर्ड की स्थापना और नए हवाई अड्डों के विकास की भी घोषणा की गई.
CM नीतीश कुमार का राजनीतिक बयान
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हमारी सरकार 24 नवंबर 2005 को बनी थी, लेकिन उससे पहले क्या स्थिति थी? आप जानते हैं कि शाम को कोई घर से बाहर नहीं निकलता था, हिंदू-मुसलमान के बीच बार-बार झगड़े होते थे और राज्य का विकास नहीं हो रहा था. आगे कहा कि हमसे गलती हुई कि हम दो बार उधर चले गए. अब हम लोगों ने ये तय कर लिया है कि अब ये कभी नहीं होगा. ये गलत है. हमें मुख्यमंत्री कौन बनाया? हमें अटल बिहारी वाजपेयी ने मुख्यमंत्री बनाया. हम कैसे भूल सकते हैं? वो लोग गलती किए. अब नहीं होगा. अब सब दिन वहीं होगा.
बिहार के विकास में सरकार की उपलब्धियां
नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार ने बिहार के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. उन्होंने बताया कि शिक्षा, स्वास्थ्य, महिलाओं के सशक्तिकरण और सहकारिता क्षेत्र में बड़े बदलाव हुए हैं. आगे कहा कि हमने शिक्षकों की बहाली की है, अस्पतालों में दवा और इलाज का इंतजाम किया है और महिलाओं के लिए काफी काम किया है.