Mumbai news: रायगढ़ में 'थर्ड मुंबई' के विकास के लिए 2025 में एक सीरीज सर्वेक्षण किए जाएंगे, जिसका उद्देश्य मुंबई और नवी मुंबई के बीच कनेक्टिविटी में सुधार करना और यात्रा समय को कम करना है. हाल ही में, थर्ड मुंबई को कर्नाला-साई-चिरनेर न्यू टाउन (KSC न्यू टाउन) के नाम से एक तकनीकी केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई है, जहां देश के 65 प्रतिशत डेटा सेंटर होने की संभावना है. 

सर्वेक्षण प्रक्रिया और क्षेत्रीय जानकारी

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को निजी कंपनियों से 124 गांवों में हवाई सर्वेक्षण और भूमि अध्ययन करने के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे. इन सर्वेक्षणों में 323.44 वर्ग किमी का क्षेत्र शामिल होगा, जिसमें से आधे से अधिक क्षेत्र पहाड़ों, जंगलों और कृषि भूमि से घिरा हुआ है. एक वरिष्ठ MMRDA अधिकारी ने कहा कि सर्वेक्षण ड्रोन-आधारित मूल्यांकन से शुरू होंगे, इसके बाद LiDAR प्रौद्योगिकी सहित विस्तृत विश्लेषण किया जाएगा. 

नए शहर के लिए रणनीति

रिपोर्ट में उल्लेख हैं कि MMRDA एक कंसल्टेंट नियुक्त करेगा, जो हवाई सर्वेक्षण करेगा, भूमि सत्यापन करेगा और भू-स्वामित्व डेटा एकत्र करेगा, जिसमें एक भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS)-आधारित मानचित्र तैयार करना शामिल होगा. अधिकारियों ने कहा कि एक अन्य निजी संस्था को नए शहर के लिए एक विज़न दस्तावेज, एक विस्तृत मास्टर प्लान और एक गहन विकास रणनीति तैयार करने का कार्य सौंपा जाएगा. 

यह विस्तृत मास्टर प्लान अगस्त 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है, जबकि प्रारंभिक हवाई और भूमि अध्ययन को छह से आठ महीने का समय लग सकता है. रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि KSC न्यू टाउन महाराष्ट्र सरकार के उस रोडमैप का केंद्रीय हिस्सा है, जिसका उद्देश्य मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्र की जीडीपी को 2029 तक 300 बिलियन डॉलर तक बढ़ाना है, जो NITI आयोग के भारत की विकास दृष्टिकोण से मेल खाता है.