छोटी-सी गलती और 10 जिंदगियां खत्म, झांसी अग्निकांड की असली वजह! CM योगी ने किया मुआवजे का ऐलान
झांसी मेडिकल कॉलेज के चिल्ड्रन वार्ड में भीषण आग लग गई जिसमें 10 नवजात बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक आग के कारण झुलसने और दम घुटने से बच्चों की जान चली गई.इस हादसे में घायल 16 बच्चों का इलाज जारी है, जबकि 45 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. इस दुखद के बाद CM योगी ने मुआवजे का एलान किया है.
उत्तर प्रदेश के झांसी में स्थित लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड शुक्रवार रात भीषण आग लग गई. इस अग्निकांड में 10 नवजात बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई. , वहीं 16 मासूम गंभीर रूप से झुलस गए हैं जिनका इलाज इमरजेंसी वार्ड में चल रहा है. इस दुखद घटना पर भारत के प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने दुख जताते हुए कहा कि इस दर्दनाक घटना की खबर से मन बहुत दुखी है. उन्होंने कहा कि यह घटना दिल दहला देने वाली है. राज्य सरकार द्वारा घोषित सहायता के अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मृतकों के परिवारों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपए की अतिरिक्त सहायता दी जाएगी.
वहीं हादसे के बाद एक नई जानकारी सामने आई है, जिसमें यह बताया जा रहा है कि अस्पताल में सुरक्षा इंतजामों की कमी के कारण आग लगी. प्रशासन इस मामले की जांच कर रहा है और जल्द ही जांच रिपोर्ट सामने आने की उम्मीद है. वहीं समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकारी अस्पताल बदहाली, भ्रष्टाचार और लापरवाही का अड्डा बन गए हैं. अखिलेश यादव ने आदित्यनाथ से कहा कि वह महाराष्ट्र चुनाव प्रचार छोड़कर राज्य में स्वास्थ्य और चिकित्सा सुविधाओं की खराब स्थिति पर ध्यान दें.
मुख्यमंत्री ने जताया दुःख, मुआवजे की घोषणा
इस दुखद घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संवेदना व्यक्त किया और इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने मृतक बच्चों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों के परिजनों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है. इसके अलावा, सीएम ने राहत राशि जल्द से जल्द वितरित करने की बात कही है.
हादसा कैसे हुआ?
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि अग्निशमन सिलेंडरों पर भरने की तारीख 2019 और एक्सपायरी 2020 अंकित थी. आग लगने के बाद फायर अलार्म भी नहीं बजा. उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जो स्वास्थ्य विभाग भी संभालते हैं, ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के अंदर शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी. हालांकि, एक प्रत्यक्षदर्शी ने इंडिया टुडे को बताया कि आग तब लगी जब एक नर्स ने ऑक्सीजन सिलेंडर की पाइप ठीक करने के लिए वार्ड के अंदर माचिस जलाई.
सीएम योगी ने दिए जांच के आदेश
मुख्यमंत्री ने झांसी के मंडलायुक्त और डीआईजी को 12 घंटे के भीतर घटना की पूरी रिपोर्ट देने के निर्देश भी दिए हैं. घटना में मारे गए बच्चों के परिवारों में शोक का माहौल है, और स्थानीय लोग हादसे को लेकर गहरे दुःख में हैं. यह हादसा उन माता पिता के लिए एक बड़ा सदमा है जिसने अपने बच्चे को खो दिया.