जम्मू-कश्मीर के राजौरी इलाके में इस समय रहस्यमयी बीमारी के कारण 15 लोगों की मौत हो चुकी है. इन मौतों के कारण लोग डरे हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ प्रशासन इस बात का पता लगाने में लगा हुआ है कि आखिर ये मौतें किस कारण हो रही हैं. पीड़ितों के सैंपल से न्यूरोटॉक्सिन मिले हैं. जम्मू कश्मीर में बीती शाम 9 साल की एक लड़की की मौत हो गई. हालांकि अभी तक इस बारे में पता नहीं चल पाया कि आखिर लड़की मौत कैसे हुई है.
ये मौतें बीते 30 दिनों के भीतर हुई हैं और मरने वालों में तीन परिवारों के 12 बच्चे और तीन वयस्क शामिल हैं. इस घटना से बधाल गांव और आस पास के लोगों में दहशत फैल गई है. सरकार की ओर से मामले की जांच के लिए स्वास्थ्य दलों को तैनात किया है.
इन मौतों के बारे में जम्मू-कश्मीर के स्वास्थ्य मंत्री सकीना मसूद ने साफ इंकार किया कि ये मौत किसी बीमारी के कारण नहीं हुई हैं. मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है.
मामले की जांच के लिए गठित की गई SIT
राजौरी के बडाल गांव में हुई मौतों के बाद अब सरकार पर भी सवाल उठा रहे हैं. बीजेपी प्रवक्ता ने इसके लिए उमर सरकार को जिम्मेदार बताया है. वहीं दूसरी तरफ मामले को देखते हुए प्रशासन ने एक एसआईटी गठित की है. जो इन मौतों के कारणों का पता लगाने का काम करेगी. पूरे इलाके में इस समय दहशत का माहौल नजर आ रहा है. लोग अपने बच्चों को घर से बाहर निकालने से कतरा रहे हैं.
एक के बाद एक मौतों से फैला खौफ
जानकारी के मुताबिक, सफीना कौसर की जम्मू के एक अस्पताल में मौत हुई. फिर दो दिनों में ही उसके तीन अन्य भाई-बहनों की भी मौत हो गई. दो लोग अब भी मौत से जंग लड़ रहे हैं. सोमवार को इनके दादा मोहम्मद रफीक की राजौरी के एक अस्पताल में मौत हो गयी. इससे पहले बीते महीने गांव में दो परिवारों के नौ लोगों की मौत हो गई थी. शुरू में लगा कि ये मौतें फूड प्वाइजनिंग से हुई है. हालांकि, जब अधिकतर ग्रामीणों ने एक जैसे लक्षण होने की शिकायत की तब स्थिति को गंभीर माना गया. इसके बाद सरकार ने मामले में हस्तक्षेप किया और देश के अनेक हेल्थ इंस्टीट्यूट से एक्सपर्ट्स को बुलाया गया.
डॉक्टर क्या कह रहे?
बीते महीने जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक डॉक्टर ने प्रारंभिक जांच के मुताबिक, बताया था कि रहस्यमयी मौतों का कारण वायरल संक्रमण है. हालांकि, डॉक्टर ने ये भी कहा था कि अंतिम फैसले पर पहुंचने के लिए और अधिक अध्ययन की जरूरत है. मामले की जांच में मदद के लिए पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, पीजीआई चंडीगढ़, एम्स दिल्ली और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), दिल्ली के विशेषज्ञों की टीम ने भी गांव का दौरा किया है.
क्या होता है न्यूरोटॉक्सिन?
न्यूरोटॉक्सिन एक केमिकल होता है. जो नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है. इतना ही नहीं नर्वस सिस्टम को भी प्रभावित कर सकता है. नर्वस सिस्टम को शिथिल भी कर सकता है. यह प्राकृतिक या मानव निर्मित हो सकते हैं. जो खाना, दवाओं और पर्यावरण में पाए जा सकते हैं. ये किसी भी तरीके से इंसान के अंदर एंटर का सकता है. First Updated : Thursday, 16 January 2025