छात्राओं को दी जाने वाली थीं 1690 स्कूटी, डेढ़ साल तक महाविद्यालय परिसर में खड़े-खड़े बन गईं कबाड़
Kalibai Bhil Yojana: राजस्थान सरकार द्वारा 2021-22 में मेधावी छात्राओं को स्कूटी दी जाने वाली थीं. हालांकि विधानसभा और लोकसभा चुनाव के चलते लगी आचार संहिता और वित्त विभाग से इसके लिए क्यू आर कोड जारी नहीं होने की वजह से स्कूटी का वितरण नहीं हो पाया. जिसके बाद बांसवाड़ा जिला मुख्यालय पर महाविद्यालय परिसर में डेढ़ साल से खड़े खड़े स्कूटी कवाड़ बनती जा रही है.
Kalibai Bhil Yojana: राजस्थान सरकार द्वारा 2021-22 में मेधावी छात्राओं का प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए कालीबाई भील स्कूटी वितरण और देवनारायण योजना के तहत स्कूटी देने का ऐलान किया गया था.
लेकिन इस बीच विधानसभा और लोकसभा चुनाव के चलते लगी आचार संहिता और वित्त विभाग से इसके लिए क्यू आर कोड जारी नहीं होने की वजह से स्कूटी का वितरण नहीं हो पाया.
मेधावी छात्राओं को दी जाने वाली थीं स्कूटी
योजना के तहत माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में 65 प्रतिशत और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में 75 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाने वाली छात्रायों को प्रोत्साहित करने के लिए स्कूटी देने की प्रावधान किया गया था.
आचार संहिता के चलते नहीं हो पाया वितरण
बांसवाड़ा में पिछले 3 सालों में योजना के तहत लगभग 500 से भी ज्यादा छात्राओं को स्कूटी दी जा चुकी हैं. लेकिन लोकसभा और विधानसभा चुनाव के चलते जारी आचार संहिता की वजह से योजना प्रभावित हुई.
खड़े-खड़े बन रहीं कवाड़
स्कूटी सप्लाई करने वाली कंपनी बांसवाड़ा जिला मुख्यालय पर महाविद्यालय परिसर में सैंकड़ों स्कूटी भेज दी थी. हालांकि सरकार द्वारा इन पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया गया. करीब डेढ़ साल से वहीं खड़े खड़े स्कूटी कवाड़ बनती जा रही है. सरकार की ओर से हरी झंडी न मिलने की वजह से इनका वितरण नहीं हो पाया है.