9 साल की रिया का अद्भुत दान: अपने हाथों से बदल दी 7 लोगों की जिंदगी!
9 साल की रिया बॉबी मिश्रा ने एक ऐसा कदम उठाया जिसे देख हर कोई हैरान रह गया. अपनी जिंदगी से हाथ धोने के बाद, रिया के परिवार ने उसके अंगों को दान करने का फैसला किया, जिससे 7 लोगों को नई जिंदगी मिली. रिया का यह जज्बा और परिवार का साहस न सिर्फ अंगदान के महत्व को बढ़ावा देता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि एक छोटी सी जिंदगी भी कितनी बड़ी बात कर सकती है. जानिए कैसे रिया ने दूसरों की जिंदगी में रोशनी भर दी.
Amazing donation: एक 9 साल की बच्ची, रिया बॉबी मिश्रा ने अंगदान के प्रति दुनिया को एक सशक्त संदेश दिया है. अपनी कम उम्र के बावजूद, रिया ने अंगदान का सबसे बड़ा उदाहरण पेश किया. रिया के परिवार ने दुखी मन से अपनी बेटी को खोने के बाद, उसके अंगों को जरूरतमंदों के लिए दान कर दिया, जिससे सात लोगों को नई जिंदगी मिली. रिया की यह उदारता और बलिदान न केवल भारत में बल्कि पूरे दुनिया में एक अनूठी मिसाल बन गई है.
रिया की ब्रेन डेड स्थिति और अंगदान की प्रक्रिया
सितंबर 2023 में, रिया को सूरत के किरण अस्पताल में ब्रेन डेड घोषित किया गया था. इस दर्दनाक स्थिति के बावजूद, मिश्रा परिवार ने अपने दुख को सहते हुए, रिया के अंगों को दान करने का साहसिक निर्णय लिया. उनके इस निर्णय से न सिर्फ रिया के परिवार को कुछ राहत मिली बल्कि कई जीवन भी बचाए गए. रिया के हाथ, फेफड़े, किडनी, जिगर और आंखों का सफलतापूर्वक प्रत्यारोपण किया गया, जिससे सात लोगों को एक नया जीवन मिला.
मुंबई में 15 साल की अनंता को मिला रिया का दाहिना हाथ
रिया के दाहिने हाथ का प्रत्यारोपण मुंबई के ग्लोबल अस्पताल में 15 साल की अनंता अहमद को किया गया. अनंता के दाहिने हाथ को 2022 में एक हादसे में गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा था, जब वह एक बिजली के तार से करंट लगने से घायल हो गई थी. उस हादसे में उसे अपना दाहिना हाथ कंधे तक खोना पड़ा था. रिया के हाथ के प्रत्यारोपण के बाद, अनंता की जिंदगी में खुशी और आत्मविश्वास लौट आया है. अब वह कक्षा 11 की छात्रा हैं और अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित महसूस कर रही हैं.
अंगदान से जीवन में नया उजाला
अनंता अहमद ने कहा, 'मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे फिर से एक हाथ मिलेगा. रिया के परिवार का धन्यवाद, जिसने मुझे यह नया जीवन दिया. अब मुझे अपने जीवन में खुशी और आत्मविश्वास दोनों लौट आए हैं.' अनंता के माता-पिता भी इस दान के लिए रिया के परिवार के प्रति आभार व्यक्त करते हैं और Donate Life संगठन का भी धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने अंगदान के महत्व को समाज में फैलाया.
अंगदान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए
Donate Life संस्था के संस्थापक निलेश मंडलवाला और उनकी टीम ने इस प्रक्रिया को संभव बनाने के लिए अनंता और उसके परिवार के साथ मुलाकात की. उनका कहना था कि इस प्रकार के अंगदान से समाज में अंगदान के प्रति जागरूकता फैलती है और लोग इसे स्वीकार करते हैं. रिया के परिवार का यह निर्णय समाज को यह समझाता है कि अंगदान से हम दूसरों की जिंदगी बदल सकते हैं और इस नेक कार्य से किसी के जीवन को फिर से नई उम्मीद मिल सकती है.
रिया का साहसिक कदम
रिया का अंगदान एक ऐसी प्रेरणा है, जो हमें सिखाती है कि किसी भी उम्र में हम दूसरों की मदद कर सकते हैं. रिया ने अपनी छोटी सी उम्र में जो महान कार्य किया, वह हम सभी के लिए एक अमूल्य धरोहर है. आज रिया के परिवार को खोने का दुख तो है, लेकिन उनके द्वारा लिया गया यह कदम कई लोगों के जीवन में खुशियां लेकर आया है. यही असली जीवन है—दूसरों की मदद करना और उनके जीवन को उज्जवल बनाना.
कुल मिलाकर, रिया का अंगदान न केवल उसकी उदारता को दर्शाता है, बल्कि समाज में अंगदान के महत्व को भी उजागर करता है. इस महान कार्य के लिए रिया और उसके परिवार को हमारी तरफ से दिल से सलाम.