राम मंदिर को 1 करोड़ देने वाले महंत के खाते से निकाले 90 लाख
Kanak Bihari Das: अयोध्या राम मंदिर को 1 करोड़ रुपये की रकम दान में देने वाले महंत कनक बिहारी के बैंक अकाउंट से 90 लाख रुपये निकाल लिए गए हैं. हालांकि महंत कनक स्वर्गवास हो चुके हैं, यह आरोप खुद को उनका उत्तराधिकारी बताने वाले श्याम बाबा ने लगाया है. साथ ही जिस पर आरोप लगाया है, उनका दावा भी यही है कि वो कनक बिहारी की उत्तराधिकारी हैं. पढ़िए पूरी खबर और जानिए पूरा मामला
महंत कनक बिहारी के स्वर्गवास होने के बाद से ही उनके उत्तराधिकारी को लेकर जंग छिड़ गई थी. इसी बीच बड़ी खबर यह आ रही है कि उनके बैंक खाते से 90 लाख रुपये की रकम निकाल ली गई है. मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के लोनिबर्रा श्री राम जानकी मंदिर धाम के महंत स्व. कनक बिहारी दास के खाते से निकालने से संबंधित एक शिकायत पुलिस को दी गई है. शिकायत में भोपाल की रहने वाली रीना रघुवंशी पर आरोप लगाया है. कहा गया है कि रीना रघुवंशी ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया है.
आज तक में छपी एक खबर को मुताबिक महंत कनक बिहारी दास महाराज के उत्तराधिकारी श्याम बाबा ने चौरई पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने बताया कि महाराज जी का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में खाता था और उसमें 90 लाख रुपये जमा थे. आरोप है कि रीना रघुवंशी ने खाते में अपना नंबर रजिस्टर्ड करवाकर नेट बैंकिंग की मदद से पैसा निकाल लिया. खबर में दावा किया गया है कि श्याम बाबा खुद को स्वर्गीय कनक बिहारी दास का उत्तराधिकारी बता रहे हैं. हालांकि दूसरी तरफ रीना रघुवंशी भी खुद को महाराज का उत्तराधिकारी बता रही हैं. उनका कहना है कि महाराज ने उन्हें ही उत्तराधिकारी बनाया था.
धोखाधड़ी का केस दर्ज:
खबर के मुताबिक पुलिस ने रीना रघुवंशी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है. बताया जा रहा है कि मामला धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है. चौरई एसडीओपी का कहना है कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया और जांच की जा रही है.
पिछले साल हुआ देहांत:
बता दें कि 17 अप्रैल को 2023 को महंत स्व. कनक बिहारी दास का सड़क हादसे में देहांत हो गया था. एक बाइक सवार को बचाने के चक्कर में महाराज की गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई थी. इस हादसे में महाराज समेत 2 लोगों की मौत हो गई थी. स्वर्गीय कनक बिहारी दास रघुवंश शिरोमणि 1008 के नाम से रघुवंशी समाज के राष्ट्रीय संत के रूप में भी पहचाने जाते थे. इसके अलावा वो तब भी सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने अयोध्या के राम मंदिर के लिए 1 करोड़ रुपये की राशि दान में दी थी.