राष्ट्रपति के संसद अभिभाषण का AAP-BRS ने किया बहिष्कार
आज से संसद का बजट सत्र ज्वाइंट सेशन में दोनों सदनों में शुरू हुआ। बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ हुई है। तो वहीं आम आदमी पार्टी (आप) और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के इस अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
Budget 2023: आज से संसद का बजट सत्र ज्वाइंट सेशन में दोनों सदनों में शुरू हुआ। बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ हुई है। तो वहीं आम आदमी पार्टी (आप) और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के इस अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
आम आदमी पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, "राष्ट्रपति का भाषण केंद्र सरकार द्वारा तैयार किया जाता है और केंद्र के काम को शामिल करता है। जैसा कि केंद्र सभी मोर्चों पर विफल रहा है, इस भाषण को सुनने का कोई मतलब नहीं है।" आम आदमी पार्टी के अलावा के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) भी भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के शासन के सभी मोर्चों पर कथित विफलता को लेकर राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने फैसला किया है।
बीआरएस नेता के केशव राव ने कहा कि, "हम केवल सरकार की विफलताओं और आम लोगों की दुर्दशा को उजागर करने के लिए राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार कर रहे हैं। हम किसी भी तरह से उनके संबोधन को बाधित नहीं करेंगे। सरकार ने सर्वदलीय बैठक को मजाक बना दिया है, जिसमें वे हमेशा कहते हैं कि वे मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं होता है।" उन्होंने कहा, "आय असमानता, बढ़ती महंगाई, बढ़ती बेरोजगारी, राज्यपालों का हस्तक्षेप, अदानी की रिपोर्ट, हम सरकार को जवाबदेह बनाने के लिए सभी मुद्दों को उठाएंगे।"
बता दें, दोनों पार्टीयों का कहना है कि केंद्र सरकार अपने शासन काल में एक दम से विफल रही है और केंद्र द्वारा ही राष्ट्रपति का भाषण तैयार किया जाता है जिससे केंद्र की विफलताओं पर पर्दा डल जाता है इसी के चलते दोनों पार्टीयों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया है।