आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कई अहम् मुद्दों पर चर्चा की। पहला मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया को फंसाया जा रहा है। आप नेता ने आगे कहा कि, "फीडबैक यूनिट की आड़ में एक झूटा केस बनाया जा रहा है। उन्होंने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, केंद्र में बैठी बीजेपी सरकार से ये पूछना चाहता हूं कि, एक राज्य का उपमुख्यमंत्री इतनी आसानी से कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के अन्य बड़े नेताओं की जासूसी कर सकता है।"
उन्होंने कहा कि, "अगर ये बात सही है तो इसका मतलब देश की सुरक्षा एजेंसियों पर भी सवाल खड़े होते हैं। ऐसे में सबसे पहली कार्रवाई तो रॉ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ होनी चाहिए। इनके चीफ को अपने पदों से तुरंत हटाया जाना चाहिए। जानकारी के लिए आपको बता दें कि भाजपा ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर आरोप लगाया है कि वो 2015 से पीएम मोदी समेत बीजेपी के अन्य बड़े नेताओं के खिलाफ जासूसी कर रहे हैं।"
राघव चड्ढा ने आरोप लगते हुए बोले कि, "मनीष सिसोदिया के खिलाफ लगातार मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। इन मुकदमों का सिर्फ एक ही मकसद है कि किसी भी कीमत पर मनीष सिसोदिया जेल से बाहर ना आ जाएं। एक ही टारगेट है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के राइट हेंड को किसी भी तरह तोड़ दिया जाए। आप सांसद ने कहा कि, अगर राजधानी में बैठा कोई शख्स जिसके पास ना तो कोई पुलिस, ना इंटेलिजेंस ब्यूरो और ना ही कोई अन्य जासूसी शाखा का अधिकार है वो कैसे किसी की जासूसी करवा सकता है। ऐसे में सवाल उठता है आईबी और रॉ जैसे एजेंसियां क्या कर रही थीं।"
Senior AAP Leader & Rajya Sabha Member @raghav_chadha Addressing an Important Press Conference | LIVE https://t.co/NHRhcWePxe
— AAP (@AamAadmiParty) March 18, 2023
सीबीआई और ईडी के पास शराब आबकारी नीति में गड़बड़ी को लेकर ना तो कई सबूत है और ना ही इससे जुड़े कोई तथ्य हैं। बावजूद इसके झूठे आरोप लगाकर सिसोदिया को जेल में रखने की पूरी कोशिश की जा रही है। बता दें कि मनीष सिसोदिया की हाल में ईडी ने 5 दिन की रिमांड बढ़ा दी है।
राघव चड्ढा ने कहा कि, "बीजेपी लगातार दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार गिराने की साजिश रच रही है। बीजेपी नो मोशन कॉन्फिडेंस के जरिए इस काम में जुटी है और विधायकों को खरीदने और डराने का काम भी जारी है। 25 वर्षों से बीजेपी दिल्ली की सत्ता से बाहर है, यही वजह है कि दोबारा सत्ता में आने के लिए बीजेपी हर मुमकिन कोशिश कर रही है।"