आदेश गुप्ता ने मेयर रहते हुए अपने पद का किया दुरुपयोगः सौरभ भारद्वाज

आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली भाजपा के पूर्व प्रमुख आदेश गुप्ता पर 2018-2019 के दौरान दिल्ली के मेयर के रूप में अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि मेयर की पद पर बने रहते हुए आदेश गुप्ता एक कंपनी बनाई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि आदेश गुप्ता के बेटे और श्याम जाजू के बेटे ने दिल्ली में कई प्रोपर्टियां खरीदी थी जहां आदेश गुप्ता ने अवैध निर्माण करवाया था।

Janbhawana Times
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रिपोर्ट। मुस्कान

नई दिल्ली। आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली भाजपा के पूर्व प्रमुख आदेश गुप्ता पर 2018-2019 के दौरान दिल्ली के मेयर के रूप में अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि मेयर की पद पर बने रहते हुए आदेश गुप्ता एक कंपनी बनाई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि आदेश गुप्ता के बेटे और श्याम जाजू के बेटे ने दिल्ली में कई प्रोपर्टियां खरीदी थी जहां आदेश गुप्ता ने अवैध निर्माण करवाया था।

आप विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि वकील हेमंत चौधरी ने साल 2022 में आदेश गुप्ता के खिलाफ लोकायुक्त कोर्ट में एक शिकायत दर्ज करवाई थी, जब बीजेपी के पूर्व प्रमुख आदेश गुप्ता अपने मेयर पद पर थे। उनके द्वारा एक कंपनी रजिस्टर किया गया था जिसका नाम मजबूत सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड है। इस कंपनी में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शयाम जाजू के बेटे और आदेश गुप्ता के बेटे का शेयर होल्डर है। आरोप यह है कि आदेश गुप्ता ने उस दौरान कई प्रॉपर्टी की खरीद बिक्री की है। इन सभी प्रॉपर्टी पर अवैध निर्माण किया गया है। लेकिन एमसीडी ने इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया। एमसीडी ने अपनी आंखें बंद कर ली।

सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि चुनाव के दौरान अपनी जो आय बताई थी और इन प्रॉपर्टी की कीमत आंकी जाए तो उनके द्वारा बताई गई आय से काफी ज्यादा है। यह आरोप जब लगे थे तब लोकायुक्त कोर्ट ने अगस्त 2022 में इसकी जांच के आदेश दिए थे। इसकी जांच असिस्टेंट डायरेक्टर इन्वेस्टिगेशन ने की थी। 16 अगस्त 2022 को पहला नोटिस आदेश गुप्ता को ही दिया गया था। इसमें पूछा गया था कि आप इन प्रॉपर्टी के बारे में जानकारी दें और अपनी आय के स्रोत के बारे में विस्तृत जानकारी दे। लेकिन उन्होंने नोटिस का जवाब नहीं दिया।

आप विधायक ने कहा कि 3 नवंबर 2022 को एक बार फिर लोकायुक्त ने नोटिस जारी कर इन सवालों का जवाब मांगा। 3 नवंबर को भी आदेश गुप्ता ने इन नोटिस कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद 19 जनवरी 2023 को लोकायुक्त कोर्ट ने फिर आदेश गुप्ता से इस मामले में जानकारी मांगी। इसका मतलब है अगस्त से लेकर जनवरी तक नोटिस दिए कोर्ट की तारीख पड़ी, लेकिन आदेश गुप्ता ने इस मामले में कोर्ट को कोई भी जानकारी नहीं दी।

सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि यह प्रॉपर्टी करोड़ों रुपए की है। जांचकर्मियों को जवाब नहीं दिया जा रहा है। इनमे से कुछ प्रॉपर्टी के बारे में जांच टीम ने जानकारी दी है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इन प्रॉपर्टी में कई ऐसी है जो आदेश गुप्ता के बेटे और शयाम जाजू के बेटे की है। इसके अलावा इस कंपनी के अंदर करोड़ों रुपए के लेनदेन का ब्यूरो देखा जा सकता है।

सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि एलजी साहब रोज चिट्ठी लिखते हैं। मैं चाहता हूं कि वो इस संबंध में भी एक चिट्ठी एंटी करप्शन ब्रांच और सीबीआई को लिखें। क्योंकि दिल्ली वाले यह देखने के लिए बेताब हैं कि बीजेपी के किसी भ्रष्टाचार के मामले में दिल्ली के एलजी साहब चिट्ठी तो लिखें। जिस तरीके से एमसीडी ने अवैध निर्माण पर कोई कार्रवाई नहीं की उसे लेकर भी जांच होनी चाहिए। केंद्र सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए।

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22 January 2023, 05:00 PM IST

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