जोशीमठ में लगातार हो रहे भूस्खलन के बाद प्रशासन अलर्ट, घरों पर लगाए जा रहे है लाल निशान
उत्तराखंड के जोशीमठ में लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते लोगों का जीना दुशवार हो गया है जोशीमठ में मौजूद मकान, दुकान और होटलों में भूस्खलन के चलते लगातार बड़ी-बड़ी दरारे देखने को मिल रही है। भूस्खलन के चलते यहां रहने वाले लोगों को अपने घर तक छोड़ने पड़ रहे है। इसी को लेकर अब राज्य सरकार के साथ केंद्र सरकार भी सख्त होती दिखाई दे रही है।
उत्तराखंड के जोशीमठ में लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते लोगों का जीना दुशवार हो गया है जोशीमठ में मौजूद मकान, दुकान और होटलों में भूस्खलन के चलते लगातार बड़ी-बड़ी दरारे देखने को मिल रही है। भूस्खलन के चलते यहां रहने वाले लोगों को अपने घर तक छोड़ने पड़ रहे है। इसी को लेकर अब राज्य सरकार के साथ केंद्र सरकार भी सख्त होती दिखाई दे रही है।
प्रशासन ने जोशीमठ इलाके को अब असुरक्षित घोषित कर दिया है जिसके बाद घरों पर लाल निशान लगाए जा रहे और प्रशासन के लोग घर-घर जाकर लोगों वहां से निकलने लिए कह रहे है। अभी तक 60 से अधिक परिवारों को जोशीमठ से निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है और सभी परिवारों तक राहत सामग्री प्रशासन की तरफ से लगातार पहुंचाई जा रही है।
प्रशासन का कहना है अभी जोशीमठ से 90 ओर परिवारों को निकालकर अस्थायी राहत केंद्रों में पहुंचाना है। सरकार लोगों की लगातार हर संभव कर रही है। प्रशासन को जो घर रहने के लिए असुरक्षित लग रहे है उन पर लगातार खतरे वाला रेड क्रॉस निशान लगाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार 100 के आस-पास ऐसे घर जो बिल्कुल भी रहने योग्य नहीं बचे है वहीं 600 से ज्यादा घरों में दरारे आ चुकी है।
जोशीमठ में अब NDRF की एक टीम और SDRF की चार टीमें तैनात कर दी गई। केंद्र सरकार ने उत्तराखंड सरकार को हर संभव मदद देना का आश्वासन दिया है। जोशीमठ में मौजूद आम लोगों को वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर लाया जा रहा है। वहीं जोशीमठ के हालात का जायजा लेने के लिए पीएम मोदी ने राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर भी बात की।
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