कुत्ते के काटने पर हैवान बना इंसान, खाने लगा कच्चा मांस; विशेषज्ञ ने कही ये बात
Madhya Pradesh: सागर में एक बेहद ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक कुत्ते ने युवक को काटा तो एक हफ्ते बाद वह युवक इंसानों को काटने लगा है. अब तक युवक 4 से 5 लोगों को काट चुका है. अब इस युवक की वजह से सब्जी मंडी इलाके में आने वाले लोग या व्यापार करने वाले व्यापारी दहशत के साए में हैं. अजीब हरकतें करने वाले उस युवक को व्यापारी परिजनों को भी सौंप चुके हैं, लेकिन वह दोबारा से वापस आ गया है.
Madhya Pradesh: कुत्तों का जहर काफी खतरनाक माना जाता है. इसके काटने पर कई बार लोगों की मौत भी हो जाती है. कई बार तो हमने ऐसी भी कहानी भी सुनी होगी की कुत्ते के काटने पर लोग उसी के तरह व्यवहार करते हैं. ऐसा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जिसे सुनकर शायद आप भी चौंक जाएंगे. मध्य प्रदेश के सागर के रहने वाले सोनू ने अपने हैरान करने वाले व्यवहार से लोगों में अराजकता और दहशत पैदा कर दी है.
रिपोर्ट के अनुसार, यह सब तब शुरू हुआ जब एक कुत्ते ने सोनू को काट लिया और इसके कारण वह अपने आस-पास के लोगों के प्रति हिंसक व्यवहार करने लगा. स्थानीय सब्जी मंडी में सफाई का काम करने वाले सोनू को करीब दो हफ्ते पहले एक आवारा कुत्ते ने काट लिया था. मनीकंट्रोल डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, तब से उसका व्यवहार काफी अजीबो- गरीब हो गया है. वह आस-पास के लोगों पर हमला करने लगा है और यहां तक कि कच्चा मांस भी खाने लगा है.
कई लोगों ने मदद की पहल की
मिली जानकारी के मुताबिक बाजार के व्यापारियों ने उसकी स्थिति को ठीक करने के लिए कदम उठाए हैं, जैसे कि चिकित्सा देखभाल और रेबीज के टीके उपलब्ध कराना. इसके बावजूद, सोनू का व्यवहार संदिग्ध बना हुआ है, जिससे स्थानीय लोगों में डर का माहौल है. सब्जी बेचने वाले मोहम्मद राशिद ने विस्तार से बताया कि कैसे कुत्ते के काटने के बाद सोनू ने कच्चा मांस खाना शुरू कर दिया और आक्रामक व्यवहार करने लगा. राशिद और अन्य व्यापारियों ने सोनू की मदद करने की कोशिश की, लेकिन उसने अपना इलाज करवाने से मना कर दिया और अजीब व्यवहार करने लगा.
रेबीज एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता
एक अन्य सब्जी विक्रेता नरेंद्र ठाकुर ने बताया कि जब वह प्याज खरीद रहा था तो सोनू ने उसे काट लिया. ठाकुर का इलाज किया गया और एहतियात के तौर पर उसे एक इंजेक्शन भी दिया गया. इस मामले में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डॉ. सुमित रावत ने बताया कि रेबीज एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता.
क्या है विशेषज्ञों की राय
डॉ. रावत ने कहा कि अगर सोनू को 10 से 12 दिन पहले काटा गया होता तो रेबीज अधिक गंभीर रूप में प्रकट हो सकता था. उन्होंने कहा कि सोनू के वर्तमान व्यवहार के पीछे शराब के सेवन से होने वाली मनोवैज्ञानिक बीमारी को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ऐसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए सोनू से सुरक्षित दूरी बनाए रखें.