मुस्तफाबाद, नजफगढ़ के बाद दिल्ली में बदलेगा एक और जगह का नाम! मोहनपुरी या कलामपुरी?
दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) की सरकार बनने के बाद मुस्तफाबाद और नजफगढ़ जैसे इस्लामिक पहचान वाले स्थानों के नाम बदलने की मांग तेज हो गई है. अब दिल्ली में बाबरपुर का नाम बदलने की मांग उठ रही है.

दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद इस्लामिक पहचान वाले स्थानों के नाम बदलने की मांग तेज हो गई है. मुस्तफाबाद और नजफगढ़ जैसे स्थानों के नाम बदलने के लिए पहले ही प्रस्ताव सामने आ चुके हैं. अब बाबरपुर का नाम बदलने की मांग भी उठने लगी है.
फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या
भाजपा विधायक अजय महावर ने हाल ही में इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने की बात कही. महावर का कहना है कि बाबर एक लुटेरा और आक्रांता था. वह हमारा नायक कैसे हो सकता है. उन्होंने कहा कि बाबर ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद का निर्माण कराया था, जिसे बाद में फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किया गया. इस संदर्भ में बाबरपुर का नाम बदलने की आवश्यकता पर जोर देते हुए महावर ने कहा कि बाबर के नाम से यह स्थान नहीं हो सकता, क्योंकि उसने हमारे संस्कृति और धार्मिक धरोहर को नुकसान पहुंचाया था.
महावर ने यह भी सुझाव दिया कि बाबरपुर का नाम मोहनपुरी या अब्दुल कलामपुरी रखा जा सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि किसी मुस्लिम स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर भी इसे नामित किया जा सकता है. महावर ने यह बयान देते हुए कहा कि यदि उन्हें विधानसभा में बोलने का अवसर मिलता है, तो वे बाबरपुर का नाम बदलने का प्रस्ताव भी पेश करेंगे.
नीलम पहलवान ने नजफगढ़ का नाम बदलने की मांग की थी
इससे पहले, भाजपा की विधायक नीलम पहलवान ने नजफगढ़ का नाम बदलने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि नजफगढ़ का नाम 'नाहरगढ़' रखा जाए, क्योंकि राजा नाहर सिंह ने 1857 के विद्रोह के दौरान दिल्ली के क्षेत्र में नजफगढ़ को शामिल किया था. उन्होंने बताया कि यह प्रस्ताव लंबे समय से उठाया जा रहा है और इस बार विधानसभा से इस पर समर्थन मिलने की पूरी उम्मीद है.
दिल्ली में इस तरह के नाम बदलने की मांग राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है. अब देखना यह है कि विधानसभा में इन प्रस्तावों पर किस तरह की प्रतिक्रियाएं आती हैं.