गौतमबुद्ध नगर में डरा रहा एड्स का आंकड़ा, जेजे कॉलोनी, खोड़ा और मोरना डेंजर जोन में शामिल
एक वर्ष की अवधि में गौतमबुद्ध नगर में 130 एचआइवी संक्रमित मरीज पाए गए हैं। जिसमें से करीब 70 प्रतिशत मरीज जेजे कॉलोनी, खोड़ा और मोरना गांव से संक्रमित पाए गए हैं।
रिपोर्ट- विनय जोशी
नोएडा/ ग्रेटर नोएडा: एक वर्ष की अवधि में गौतमबुद्ध नगर में 150 एचआइवी संक्रमित मरीज पाए गए हैं। जिसमें से करीब 70 प्रतिशत मरीज जेजे कॉलोनी, खोड़ा और मोरना गांव से संक्रमित पाए गए हैं। ऐसे में यह आंकड़े गौतमबुद्ध नगर के निवासियों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के लिए भी काफी चिंता का विषय है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गौतमबुद्ध नगर में लगातार जागरूकता और सरकार के प्रयासों के बाद भी इतनी बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में जिला अस्पताल में खुले संपूर्ण सुरक्षा केंद्र ने जेजे कॉलोनी, खोड़ा और मोरना गांव को डेंजर जोन की श्रेणी में शामिल कर दिया गया है। गौरतलब है कि सेक्टर 39 स्थित नवनिर्मित जिला अस्पताल में संपूर्ण सुरक्षा केंद्र (एसएसके) खोला गया है। जिसमें पति अगर एचआइवी संक्रमित है और पत्नी को कुछ नहीं हुआ है। ऐसे में उनकी काउंसलिंग की जाती है। एचआइवी की समस्या होती है तो केंद्र में भर्ती कराने से पहले लीपिड प्रोफाइल, हेपेटाइटिस-बी और सी, चेस्ट एक्सरे जांच कराने के बाद भर्ती किया जाता है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, जुलाई 22 से अब तक गौतमबुद्ध नगर में करीब 150 एचआइवी संक्रमित मरीज सामने आए हैं। जिसमें से करीब 90 से ज्यादा पुरुष और 50 से ज्यादा महिलाओं के भीतर एचआइवी की पुष्टि हुई है। यह संख्या और अधिक भी हो सकती थी। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वायरस महामारी के कारण जिला अस्पताल में जांच कार्य काफी दिनों तक पूरी तरह से बंद रहा। चिकित्सक एचआइवी संक्रमित मरीजों को परहेज और संयम बरतने की सलाह दे रहे हैं। चिकित्सकों की मानें तो असुरक्षित यौन संबंध स्थापित करने से एड्स फैलने की संभावना अधिक रहती है।
सुबह आठ से दो बजे तक होती है रोजाना जांच-
नोएडा के सेक्टर 39 स्थित नवनिर्मित जिला अस्पताल में चल रहे संपूर्ण सुरक्षा केंद्र में सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक सैंपल एकत्र कर जांच की जाती है। संक्रमित मरीजों को एआरटी सेंटर के माध्यम से दवा प्रारंभ करन और उन्हें अपने सेंटर पर रजिस्टर्ड करने के साथ मरीजों को ट्रैक भी किया जाता है।
एचआइवी मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा संपूर्ण सुरक्षा केंद्र-
नोएडा के सेक्टर 39 स्थित नवनिर्मित जिला अस्पताल में बना संपूर्ण सुरक्षा केंद्र एचआइवी मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है। संक्रमित मरीजों को दूसरे शहरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे हैं। सेंटर में आने वाले एचआइवी संक्रमित मरीजों की खून जांच से लेकर इलाज तक की समुचित व्यवस्था संपूर्ण सुरक्षा केंद्र में की गयी है।
जेजे कॉलोनी, खोड़ा और मोरना को किया रेड जोन में शामिलःअकरम खान-
संपूर्ण सुरक्षा केंद्र के ऑउटरीच वर्कर अकरम खान ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर में जुलाई से लेकर अब तक 150 एचआइवी से संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। जिसमें से 90 से अधिक पुरुष और 50 से अधिक महिलाओं में एचआइवी की पुष्टि हुई है। वहीं, सबसे ज्यादा संक्रमित मरीजों की पुष्टि जेजे कॉलोनी, खोड़ा और मोरना गांव से हुई है। ऐसे में जेजे कॉलोनी, खोड़ा और मोरना गांव को रेड जोन में शामिल कर दिया गया है। इन गांवों से सटे सेक्टरों में भी स्वास्थ्य विभाग जांच अभियान शुरू करने जा रहा है।