अलीगढ़: जिला कारागार में हिन्दू-मुस्लिम महिलाओं ने मिलकर मनाया करवाचौथ का पर्व, चांद देखकर पति से खुलवाया व्रत
अलीगढ़: जिला कारागार में हिन्दू-मुस्लिम महिलाओं ने मिलकर मनाया करवाचौथ का पर्व, चांद देखकर पति से खुलवाया व्रत
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के जिला कारागार में हिन्दू-मुस्लिम महिलाओं द्वारा मिलकर करवा चौथ का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया है, वही करवा चौथ पर्व के चलते जेल प्रशासन द्वारा की
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के जिला कारागार में हिन्दू-मुस्लिम महिलाओं द्वारा मिलकर करवा चौथ का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया है, वही करवा चौथ पर्व के चलते जेल प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं के साथ जेल में निरुद्ध महिला बंदियों द्वारा चांद को देखा गया, और उसके बाद चांद को अरग देकर पति की आरती उतारते हुए व्रत को खोला गया है।
जानकारी देते हुए कारागार में निरुद्ध महिलाओं ने बताया कि अलीगढ़ कारागार के इतिहास में पहली बार कारागार में करवा चौथ का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया है, उन्होंने बताया कि हमें यह उम्मीद नहीं थी कि करवा चौथ के दिन हम अपने पति को देख भी पाएंगे या नहीं, लेकिन जेल प्रशासन द्वारा करवा चौथ पर्व पर इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा यह हमने कभी सोचा नहीं था, उन्होंने कहा कि आज कारागार में जिस तरह कार्यक्रम आयोजित किया गया है उसके लिए जेल प्रशासन का बहुत-बहुत आभार है, उन्होंने कहा कि जेल प्रशासन ने त्योहार के दिन इतना अच्छा कार्यक्रम किया उसके लिए हम कारागार प्रशासन का आभार व्यक्त करते हैं।
जानकारी देते हुए जेलर पीके सिंह ने बताया की करवा चौथ पर्व के चलते आज कारागार में करवा चौथ पर्व का आयोजन किया गया था, उन्होंने बताया कि जेल में कुछ ऐसी महिलाएं निरुद्ध है जिनके पति भी कारागार में सजा काट रहे हैं, उन्होंने कहा कि करवा चौथ पर्व को सनातन धर्म में ऐतिहासिक माना जाता है, इसीलिए जिन महिलाओं के प्रति कारागार में निरुद्ध है उन लोगों को त्यौहार मनाने का अवसर दिया गया था।