यूपी का अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) इन दिनों विवादों में बना हुआ है। गणतंत्र दिवस के मौके पर जहां यूनिवर्सिटी परिसर में देश विरोधी गतिविधियों की खबर सामने आई तो वहीं बीते सोमवार को एक हिन्दू छात्र की पिटाई का मामला सामने आया। वहीं अब हिंदू विरोधी गतिविधियों से आक्रोशित करणी सेना ने यूनिवर्सिटी में हनुमान चालीसा पाठ का ऐलान कर इस विवाद को नया रंग दे दिया, जिसके बाद से पुलिस और प्रशासन सकते में आ गई है।
दरअसल, बुधवार (1 फरवरी) को करणी सेना ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हनुमान चालीसा का पाठ कराने का ऐलान किया था। बताया जा रहा है कि करणी सेना के उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने यूनिवर्सिटी में होने वाले हनुमान चालीसा पाठ के आयोजन के लिए कार्यकर्ताओं को अपने आवास पर बुलाया था, वहीं इसी बीच इसकी भनक पुलिस को लग गई। ऐसे में इससे पहले की संस्था के लोग यूनिवर्सिटी पहुंचते उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर लिया। मीडिया में आ रही खबरों की माने तो बुधवार को करणी सेना के उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह चौहान के घर पर बड़ी संख्या में पुलिस पहुंची और उन्होनें वहां इकट्ठा हुए लोगों को नजर बंद कर दिया।
वहीं बात करें इस पूरे विवाद की शुरूआत की तो रिपब्लिक डे के मौके पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के गेट पर छात्रों द्वारा धार्मिक नारे लगाने का मामला सामने आया था। दरअसल, 26 जनवरी के दिन सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया जिसमें गणतंत्र दिवस समारोह में एनसीसी की वर्दी पहने कुछ छात्र अल्लाहू अकबर के नारे लगाते हुए दिखे। ऐसे में जैसे ही ये वीडियो वायरल हुआ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी प्रशासन पर धर्म विशेष के पक्ष में नारे लगवाने का आरोप लगने लगा। क्योंकि बताया जा रहा था कि जिस वक्त ये धार्मिक नारे लगे उस समय वहां यूनिवर्सिटी के वीसी भी मौजूद थे।
हालांकि घटना के प्रकाश में आने के बाद दोषी छात्रों के खिलाफ विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की बात भी की। पर इसके महज कुछ दिन बाद ही यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में एक हिंदू छात्र के साथ बेरहमी से मारपीट करने का मामला सामने आया। जिसके बाद अलीगढ़ यूनिवर्सिटी हिंदू धर्म विरोधी गतिविधियों को लेकर लगातार खबरों में बना हुआ है। First Updated : Wednesday, 01 February 2023