अमृतसर में मंदिर धमाका: पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया संदिग्ध, दूसरे की तलाश जारी!
धमाके के बाद पुलिस ने एक संदिग्ध आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया, जबकि दूसरा आरोपी भागने में कामयाब हो गया. विस्फोट ने इलाके में दहशत फैला दी, लेकिन अब पुलिस ने दोनों संदिग्धों की पहचान कर ली है और फरार आरोपी की तलाश जारी है. क्या इस हमले के पीछे पाकिस्तान की भूमिका हो सकती है? जानें पूरी कहानी में.

Punjab: पंजाब के अमृतसर में ठाकुर द्वार मंदिर के बाहर 15 मार्च को एक जबरदस्त विस्फोट हुआ था, जब एक व्यक्ति ने विस्फोटक उपकरण मंदिर की ओर फेंका था. विस्फोट के कारण मंदिर की दीवार का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और खिड़कियों के शीशे टूट गए थे. इस हमले के बाद से पंजाब पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी थी.
संदिग्धों की शिनाख्त और मुठभेड़
पुलिस ने दो संदिग्धों की शिनाख्त की है. मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने एक संदिग्ध आरोपी गुरसिदक सिंह को ढूंढ़ निकाला, जो पुलिस के साथ गोलीबारी में मारा गया. दूसरे संदिग्ध आरोपी की पहचान विशाल के रूप में हुई है, जो भागने में सफल हो गया.
Based on intelligence inputs, Commissionerate Police Amritsar took action and identified the accused involved in the attack on Thakur Dwara Temple in Amritsar on March 15, 2025, tracking their movements.
— Commissionerate Police Amritsar (@cpamritsar) March 17, 2025
The police traced the accused to Rajasansi. When they attempted to stop… pic.twitter.com/dMSIg5JwzV
पुलिस टीम ने जब संदिग्धों को रुकने के लिए कहा, तो उन्होंने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी. इस फायरिंग में हेड कांस्टेबल गुरप्रीत सिंह घायल हो गए. जवाबी कार्रवाई में गुरसिदक सिंह को गोली लगी और वह घायल होकर बाद में मारा गया. वहीं, विशाल मौके से फरार हो गया और उसे पकड़ने के लिए पुलिस सर्च ऑपरेशन चला रही है.
कौन थे ये आरोपी?
गुरसिदक सिंह पर पहले भी दो छीनाझपटी के मामले दर्ज थे और वह हाल ही में जेल से रिहा हुआ था. विशाल के खिलाफ हत्या के प्रयास का आरोप है. यह दोनों आरोपी अमृतसर मंदिर हमले में शामिल थे. पुलिस का कहना है कि यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, जिसमें दोनों संदिग्ध मोटरसाइकिल पर मंदिर की ओर आते हुए नजर आए थे और फिर विस्फोटक उपकरण मंदिर की तरफ फेंका था.
क्या हो सकता है पाकिस्तान का हाथ?
पंजाब पुलिस को इस हमले में पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) की भूमिका होने का शक है. हालांकि इस विस्फोट में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन इसके कारण अमृतसर के खंडवाला इलाके में दहशत का माहौल बन गया.
आगे की कार्रवाई
पंजाब पुलिस ने अब तक एक संदिग्ध को मार गिराया है, जबकि दूसरे संदिग्ध की तलाश जारी है. पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि फरार आरोपी विशाल की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं. पुलिस का कहना है कि यह हमला आतंकवादियों का काम हो सकता है और इसके पीछे बड़े मकसद हो सकते हैं.
अमृतसर मंदिर के बाहर हुआ विस्फोट एक बड़ा घटनाक्रम था, जिसमें पंजाब पुलिस ने अपनी कार्रवाई से एक आरोपी को मारा और दूसरे की तलाश जारी रखी है. यह घटना पूरे पंजाब में चर्चा का विषय बन गई है, और पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है ताकि आरोपी को जल्द पकड़ा जा सके.