Kerala Blast: केरला ब्लास्ट पर अनुराग ठाकुर का फूटा गुस्सा, कहा- आखिर ये कौन लोग हैं, जो बाहर से यहां फसाद करवाना चाहते हैं?
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि इन आतंकी संगठनों का इस तरह से भारत में तकरीर करना और जहां तक राहुल गांधी का कुछ न बोलना ये साफ दिखाता है कि वो चुपचाप इस घटना को समर्थन करते हैं.
Kerala Blast: केरल के एर्नाकुलम जिले के कलामसेरी में रविवार की सुबह ईसाई समुदाय के एक धार्मिक सभा में विस्फोटक होने के बाद हड़कंप मच गया. इस दौरान दो महिलाओं की मौके पर मौत हो गई, जबकि 51 लोग बुरी तरह घायल हो गए. घायलों को तत्काल प्रभाव से पास ही के अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस पूरे मामले में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का बयान सामने आया है.
मैं केरला बम धमाके की निंदा करता हूं: अनुराग ठाकुर
अनुराग ठाकुर ने कहा कि मैं केरला में हुई बम धमाके की कड़ी निंदा करता हूं. लेकिन कुछ दिन पहले ही कांग्रेस आतंकी संगठन हमास का समर्थन कर रही थी. ऑनलाइन कार्यक्रम होता है हजारों लोग एकत्रित होते हैं और वहां की सरकार कार्रवाई नहीं करती है. उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी से लेकर शशि थरूर तक या कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उस चीज पर सवाल नहीं खड़े किए, सिर्फ चुपचाप उसका समर्थन कर दिया.
कांग्रेस का कुछ नहीं बोलना समर्थन के समान
उन्होंने कहा कि इन आतंकी संगठनों का इस तरह से भारत में तकरीर करना और जहां तक राहुल गांधी का कुछ न बोलना ये साफ दिखाता है कि वो चुपचाप इस घटना को समर्थन करते हैं. आखिर ये कौन लोग जो बाहर से यहां फसाद करवाना चाहते हैं? कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी इनका चुपचाप समर्थन कर रही है और इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही हैं.
#WATCH बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश): केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, " मैं केरल में हुए बम ब्लास्ट की घटना की निंदा करता हूं लेकिन कुछ दिन पहले ही कांग्रेस हमास के आतंकवादी संगठन का समर्थन कर रहे थे, ऑनलाइन कार्यक्रम होता है हजारों लोग एकत्रित होते हैं और वहां की सरकार कार्रवाई… pic.twitter.com/sBQTmjlNcA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 29, 2023
बम नहीं पााए गए किसी भी प्रकार के छर्रे
इस ब्लास्ट के बाद अबतक की जांच से जो सामने आया है, उससे पता चलता है कि ब्लास्ट को टाइमर डिवाइस के जरिए किया गया है. बताया जा रहा है कि बम में किसी प्रकार के छर्रे नहीं पाए गए हैं. अगर बम में छर्रे होते तो ब्लास्ट के समय वह ज्यादा दूर तक जाते और इस धमाके से कई लोगों की जान जा सकती थी. लेकिन बम में छर्रे नहीं पाए गए हैं जिससे मतलब साफ है कि इस विस्फोटक का मकसद लोगों की जान लेना नहीं बल्कि कुछ और भी हो सकता है. कहा जा रहा है कि इस विस्फोट के माध्यम से कोई बड़ा संदेश देने की कोशिश की गई है.