असम में बाढ़ से उत्पन्न स्थिति में सुधार हुआ है, जबकि तीन जिलों में 10,000 से अधिक लोग अब भी प्रभावित हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) द्वारा जारी बुलेटिन में कहा गया कि कछार, मोरीगांव और तामूलपुर जिलों में बाढ़ से 10,000 से अधिक लोग प्रभावित हैं।
कछार जिला सबसे अधिक प्रभावित है, जहां 6,600 से अधिक लोग अब भी बाढ़ की चपेट में हैं। मोरीगांव में 2,600 और तामूलपुर में 900 लोग अब भी बाढ़ से प्रभावित हैं। गुरुवार तक चार जिलों में लगभग 17,200 लोग बाढ़ से प्रभावित थे। असम में इस साल बाढ़ और भूस्खलन के कारण 197 लोगों की जान जा चुकी है।
फिलहाल 44 गांव पानी में डूबे हुए हैं और 210 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा 190 बच्चों सहित लगभग 1,084 लोगों ने दो जिलों के सात राहत शिविरों में शरण ली है। बोंगाईगांव, नागांव और नलबाड़ी जिलों में मिट्टी के कटाव की सूचना मिली है। वहीं, बक्सा, कामरूप और तामूलपुर जिलों में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कों, पुल और अन्य बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचा है।
हालांकि, राज्य में अभी कोई नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है। First Updated : Saturday, 23 July 2022