ऑस्ट्रिया का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा ग्रेटर नोएडा, UP में निवेश के नए अवसरों की तलाश!
ऑस्ट्रिया का 24 सदस्यीय सरकारी प्रतिनिधिमंडल ग्रेटर नोएडा पहुंचा और यूपी में निवेश के लिए तैयार है. उन्होंने टूरिज्म, स्टार्टअप, टेक्नोलॉजी और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में सहयोग की इच्छा जताई. क्या इस साझेदारी से उत्तर प्रदेश में नई विकास की राह खुलेगी? जानें पूरी कहानी!
ऑस्ट्रिया का प्रतिनिधिमंडल उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए तैयार
ऑस्ट्रिया का 24 सदस्यीय सरकारी प्रतिनिधिमंडल बृहस्पतिवार को पहली बार ग्रेटर नोएडा पहुंचा. इस दौरान, उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने उन्हें राज्य की निवेश संभावनाओं के बारे में जानकारी दी. ग्रेटर नोएडा, नोएडा और यमुना प्राधिकरण के प्रतिनिधियों ने टूरिज्म, स्टार्टअप, कौशल विकास, रिसर्च, ड्रोन और टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं को लेकर ऑस्ट्रिया के प्रतिनिधिमंडल के साथ चर्चा की.
निवेश और सहयोग के नए रास्ते खुलेंगे
प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर को सराहा और इन क्षेत्रों में परस्पर सहयोग व ज्वाइंट वेंचर के माध्यम से काम करने की इच्छा जताई. इस दौरान, ग्रेटर नोएडा के सीईओ एनजी रवि कुमार ने राज्य के विकास की योजनाओं और भविष्य में आने वाली संभावनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
ऑस्ट्रिया और भारत के रिश्ते और मजबूत होंगे
ऑस्ट्रिया के प्रतिनिधिमंडल ने भारत के टूरिज्म, स्टार्टअप और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में निवेश करने की योजना बनाई है. साथ ही, भारत में ड्रोन और रिसर्च जैसे आधुनिक क्षेत्रों में भी ऑस्ट्रिया का योगदान बढ़ सकता है.
मुख्य अतिथि मिथिलेश कुमार कठेरिया का संदेश
बैठक के दौरान राज्यसभा सांसद मिथिलेश कुमार कठेरिया भी मौजूद थे. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारत' के विजन पर जोर दिया और बताया कि उत्तर प्रदेश में ऑस्ट्रिया के निवेशकों के लिए बेहतरीन मौके हैं. यह यात्रा ऑस्ट्रिया और भारत के बीच साझा सहयोग और निवेश को बढ़ावा देने में अहम साबित हो सकती है.