'अयोध्या ने ताज ताज महल को पीछे छोड़, 2024 में बनाए नए रिकॉर्ड, बना नंबर 1'
2024 में अयोध्या ने यूपी का सबसे बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है और ताज महल को पीछे छोड़ दिया! राम मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या में पर्यटकों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है. अब अयोध्या को लोग सिर्फ एक ऐतिहासिक स्थल नहीं, बल्कि आध्यात्मिक यात्रा का केंद्र मानने लगे हैं. तो जानिए कैसे अयोध्या ने यूपी में टूरिज्म की दुनिया में तहलका मचाया और क्या हैं इसके पीछे के राज!
Ayodhya Breaks Records: अयोध्या ने 2024 में एक नई ऊँचाई हासिल की है और यूपी का टॉप टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन गया है. राम मंदिर के निर्माण के बाद से, अयोध्या में पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है और अब इसने ताज महल को भी पीछे छोड़ दिया है. आइए, जानते हैं कि कैसे अयोध्या ने यह नया कीर्तिमान स्थापित किया और क्यों अब ये शहर यूपी का सबसे बड़ा पर्यटकीय आकर्षण बन चुका है.
राम मंदिर के उद्घाटन का असर
राम मंदिर के उद्घाटन ने अयोध्या को एक नया रूप दिया है. 2024 में, अयोध्या ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए 135.5 मिलियन घरेलू पर्यटकों और 3,153 अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित किया. इस बढ़ी हुई संख्या में मुख्य योगदान राम मंदिर का ही है. हालांकि ताज महल आज भी विश्वभर में एक ऐतिहासिक धरोहर के रूप में पहचान रखता है, लेकिन इस बार अयोध्या ने उसे पीछे छोड़ते हुए पर्यटकों की संख्या में बढ़त हासिल की.
अयोध्या का आध्यात्मिक आकर्षण
अयोध्या में आने वाले पर्यटक अब केवल एक ऐतिहासिक स्थल नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा की तलाश में आते हैं. यह शहर भारतीय आध्यात्मिकता का केंद्र बन गया है. उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने राज्य के शानदार प्रदर्शन की सराहना की और बताया कि पिछले साल यूपी ने 480 मिलियन पर्यटकों का स्वागत किया था, जो इस साल केवल 9 महीनों में ही पूरा हो गया है. इस सफलता के पीछे प्रमुख कारण धार्मिक पर्यटन की बढ़ती लोकप्रियता है. लखनऊ के एक सीनियर ट्रैवल प्लानर मोहन शर्मा ने अयोध्या को भारत में आध्यात्मिक पर्यटन का केंद्र बताया. अयोध्या के साथ-साथ वाराणसी, मथुरा, प्रयागराज और अन्य धार्मिक स्थलों ने भी पर्यटकों की बड़ी संख्या को आकर्षित किया.
ताज महल और विदेशी पर्यटक
जहां अयोध्या ने घरेलू पर्यटकों के बीच बड़ी सफलता पाई है, वहीं ताज महल विदेशी पर्यटकों के लिए आज भी सबसे पसंदीदा स्थल बना हुआ है. 2023-24 में आगरा में विदेशी पर्यटकों की संख्या 2.684 मिलियन से बढ़कर 2.77 मिलियन हो गई है. हालांकि, घरेलू पर्यटकों की संख्या में थोड़ी कमी आई है, लेकिन विदेशी पर्यटक ताज महल को एक अविस्मरणीय स्थल मानते हैं.
बौद्ध सर्किट और अन्य धार्मिक स्थल
उत्तर प्रदेश के बौद्ध सर्किट, जिसमें कुशीनगर और अन्य स्थल शामिल हैं, ने भी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी देखी है. कुशीनगर में 1.62 मिलियन आगंतुक आए, जिनमें से 153,000 अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक थे. इसके अलावा, राम मंदिर में आयोजित प्रमुख कार्यक्रमों जैसे प्राण प्रतिष्ठा समारोह ने भी बड़ी संख्या में दर्शकों को आकर्षित किया.
नए रिकॉर्ड की उम्मीद
उत्तर प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र ने 2024 में एक नया इतिहास रचा है. अयोध्या और अन्य धार्मिक स्थलों की बढ़ती लोकप्रियता के साथ, राज्य में पर्यटकों का रुझान और भी बढ़ने की संभावना है. खासकर, राम मंदिर के वर्षगांठ के मौके पर आने वाली भीड़ से यह उम्मीद जताई जा रही है कि अगले साल के आंकड़े और भी अधिक चौंकाने वाले होंगे. अयोध्या ने इस साल के पर्यटक आंकड़ों में अपने आप को नंबर 1 बना लिया है और यह एक संकेत है कि भारत में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन का भविष्य बहुत ही उज्जवल है.