Bahraich violence notice: बहराइच में बीते दिन 13 अक्टूबर को देवी दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसक झड़पों के बाद रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी. जिसके बाद जिले में तनाव बढ़ता जा रहा है. अशांति के कारण बड़े पैमाने पर आगजनी और संपत्तियों को नुकसान पहुंचा, जिसके कारण अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करनी पड़ी. इस बीच लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और राजस्व मजिस्ट्रेट ने महासी क्षेत्र में 23 संपत्तियों के मालिकों को नोटिस जारी किया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इनमें से 20 संपत्तियां मुस्लिम समुदाय से हैं और 3 हिंदू समुदाय से. नोटिस में उन संपत्तियों के मालिकों का नाम शामिल है, जैसे हाजी मेराज, निजाम अली अहमद और राम प्रसाद. ये नोटिस प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित करने के व्यापक प्रयास का हिस्सा हैं कि क्षेत्र में सभी निर्माण स्थानीय नियमों का पालन करें. हिंसा के मुख्य संदिग्धों अब्दुल हामिद और सरफराज के घरों को भी इस कार्रवाई में निशाना बनाया गया है.
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि कुंडासर महासी की मुख्य सड़क पर किसी भी निर्माण के लिए जिला प्रशासन से अनुमति आवश्यक है. बिना अनुमति के बनाए गए ढांचे को अवैध माना जाएगा. संपत्ति मालिकों को अब अपने निर्माण के बारे में स्पष्टीकरण देना होगा, और अनुपालन न करने पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हो सकती है.
पीडब्ल्यूडी ने चेतावनी दी है कि यदि नोटिस की अनदेखी की गई, तो सड़क के 60 फीट के भीतर स्थित इमारतों को ध्वस्त किया जा सकता है. इस कदम का उद्देश्य क्षेत्र में व्यवस्था बहाल करना और निर्माण नियमों का पालन सुनिश्चित करना है.
सरफराज, जिसे झड़पों के दौरान रामगोपाल मिश्रा की हत्या का आरोपी माना जा रहा है, को नेपाल सीमा के पास मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के दौरान उसे पैर में गोली लगी. First Updated : Friday, 18 October 2024