Ayodhya: बालकृष्ण के फूलों का जलवा, श्रीराम का दरबार हुआ सुगंधित

Ayodhya: श्रीराम जन्मभूमी के सामने फूलों की एक छोटी सी दुकान लगाने वाले श्री तुलसी और बालकृष्ण सैनी का परिवार 23 वर्षों से प्रभु राम को सजाने के लिए राम दरबार में फूलों को पहुंचाया करता था.

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Ayodhya: अयोध्या के साथ-साथ पूरा देश राममय हो गया है, लोगों का सालों पुराना राम मंदिर का सपना अब सच होने वाला है. रामलला के प्रेम में हर कोई मग्न होना दिखाई दे रहा है. इसी बीच श्रीराम जन्मभूमी के सामने फूलों की एक छोटी सी दुकान लगाने वाले श्री तुलसी और बालकृष्ण सैनी का कहना है कि, भरोसा था, मेरे आराध्य भव्य मंदिर में विराजेंगे. दरअसल इन दोनों का पूरा परिवार 23 वर्षों से प्रभु राम को सजाने के लिए दरबार में फूल मालाएं पहुंचा रहा है.

बालकृष्ण के लिए सबसे बड़ा उत्सव

दरअसल राम पथ के निर्माण कार्य में बालकृष्ण की दुकान बर्बाद हो गई. मगर बालकृष्ण कहते हैं कि, एक क्या इस प्रकार की दस दुकानें भी अगर प्रभु राम की सेवा में नष्ट हो जाए तो मुझे कोई गम न होगा. इसके साथ मेरा घर भी अगर मुझे त्याग करना पड़े तो इसके लिए भी मैैं तैयार हूं.

हमारा तो आधार ही राम हैं, हमारे लिए जीवन में सबसे बड़ा उत्सव यही है. जब भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा हो जाए तो अपना मकान भी बनाएंगे. इतना ही नहीं उन्होंने 22 जनवरी के लिए राम मंदिर ट्रस्ट से प्रार्थना की है कि, उस दिन उनके ही फूलों से श्रीराम को सजाया जाए.

सेवा समिति के कोषाध्यक्ष का बयान

राममंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तमाम तैयारियां की जा रही है. इस साल भगवान राम अपने नए मंदिर में विराजमान होने वाले हैं. मगर प्राण प्रतिष्ठा समारोह होने से पूर्व श्रीराम का भव्य 75वां प्राकट्य महोत्सव पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा.

श्रीराम जन्मभूमि सेवा समिति के कोषाध्यक्ष आचार्य सत्येंद्र दास वेदांती का कहना है कि, वर्ष 1949 में बाबा अभिराम दास के स्वप्न में भगवान आए और राम मंदिर में अपने प्रकट होने का ज्ञान दिया था. जिसके बाद बाबा रात में ही 5 संतों के साथ स्वप्न में दिखाए गए स्थल पर पहुंचे, तो भगवान वहां दिव्य और अलौकिक मूर्ति के रूप में वहां उपस्थित थे. First Updated : Saturday, 06 January 2024

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