बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने खेला दांव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया दलित
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने राज्य में बड़ा बदलाव किया है. कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र से विधायक राजेश कुमार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. राजेश कुमार दलित समुदाय से आते हैं. वहीं पहले के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह को पद से हटा दिया गया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के निर्देश पर यह बदलाव हुआ है.

Bihar assembly elections: बिहार विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह को पद से हटा दिया. अब राज्य में पार्टी की कमान राजेश कुमार को सौंप दी गई है. एआइसीसी द्वारा इस बदलाव की सूचना महासचिव केसी वेणुगोपाल ने जारी की है. राजेश कुमार कुटुंबा (सुरक्षित) सीट से विधायक हैं, और यह बदलाव उनके राजनीतिक भविष्य को देखते हुए किया गया है.
कृष्णा अल्लावरू के बिहार कांग्रेस प्रभारी बनने के बाद से ही अखिलेश प्रसाद सिंह के हटाए जाने की अटकलें तेज हो गई थीं. कन्हैया कुमार की यात्रा की घोषणा पर भी अखिलेश के नाराज होने की बात कही जा रही थी. 12 मार्च को दिल्ली में कांग्रेस नेताओं की बैठक होनी थी, जिसमें राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल होने वाले थे, लेकिन पार्टी के भीतर की खींचतान के कारण इस बैठक को स्थगित कर दिया गया. हालांकि, इसके कुछ दिन पहले अखिलेश सिंह ने सोशल मीडिया पर पप्पू यादव के साथ वीडियो शेयर किया और यह स्पष्ट किया कि वे कन्हैया कुमार या किसी अन्य से नाराज नहीं हैं.
#BREAKING: Congress appoints Rajesh Kumar as Bihar chief ahead of polls, replacing Akhilesh Prasad Singh. Rajesh, a Dalit leader & the current MLA from Kutumba, has been entrusted with the state leadership as the party seeks to consolidate its support among marginalised community pic.twitter.com/F6C6mNjzCc
— Ajay Deep Chouhan (@ajaydeepchouhan) March 18, 2025
राजेश कुमार औरंगाबाद से विधायक
राजेश कुमार, जो औरंगाबाद जिले की एससी आरक्षित कुटुंबा विधानसभा सीट से विधायक हैं, 2015 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे. 2020 में उन्होंने अपनी सीट बरकरार रखी थी, और 50,822 वोट प्राप्त कर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के श्रवण भुइयां को 16,653 वोटों से हराया था. इस नए बदलाव के साथ कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति को और मजबूती देने का प्रयास किया है.


