दोस्ती,प्यार और सेक्स...बेंगलुरू में वाइफ और गर्लफ्रेंड स्वैपिंग का चल रहा था खेल, ऐसे हुआ भंडाफोड़

बेंगलुरु में एक चौंकाने वाला रैकेट सामने आया है, जहां स्विंगर्स क्लब के नाम पर कपल्स को पार्टनर स्वैपिंग के लिए फुसलाया जाता था. पर्दे के पीछे महिलाओं को ब्लैकमेल और जबरदस्ती का शिकार बनाया जा रहा था. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और चौंकाने वाले सबूत बरामद किए हैं. यह रैकेट कैसे चलता था और महिलाओं को कैसे शोषण का शिकार बनाया जाता था, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर!

calender

Bengaluru Swingers Club: बेंगलुरु से  एक चौंकाने वाले मामले का खुलासा हुआ है, जहां 'स्विंगर्स क्लब' की आड़ में पार्टनर स्वैपिंग और महिलाओं के शोषण का धंधा चलाया जा रहा था. सेंट्रल क्राइम ब्रांच (CCB) ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. यह रैकेट तब उजागर हुआ जब एक महिला ने हिम्मत जुटाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.

क्या था 'स्विंगर्स क्लब' का खेल?

'स्विंगर्स' नाम के इस कथित क्लब में कपल्स को एक-दूसरे के पार्टनर के साथ यौन गतिविधियों के लिए फुसलाया जाता था. यह सब निजी पार्टियों के नाम पर किया जाता था, लेकिन पर्दे के पीछे महिलाओं को जबरदस्ती और ब्लैकमेल करके उनका शोषण किया जाता था. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम हरीश और हेमंत हैं, जो बेंगलुरु के बाहरी इलाकों में यह गंदा खेल चला रहे थे.

पीड़िता ने कैसे उठाई आवाज?

इस रैकेट का भंडाफोड़ तब हुआ जब एक महिला ने CCB को शिकायत दी. उसने आरोप लगाया कि उसे इस योजना में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया था. महिला ने बताया कि आरोपियों ने उसे अपने और अन्य लोगों के साथ अंतरंग संबंध बनाने के लिए मजबूर किया. जब उसने इनकार किया, तो उसकी निजी तस्वीरों को सार्वजनिक करने की धमकी दी गई.

आरोपियों का काला इतिहास

पुलिस की जांच में सामने आया कि इनमें से एक आरोपी महिला के साथ रिश्ते में था. उसने अपने भरोसे का गलत फायदा उठाया. पुलिस के अनुसार, यह पहली बार नहीं है जब ये आरोपी इस तरह की हरकत में लिप्त पाए गए हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "वे पहले भी महिलाओं को ब्लैकमेल करने और उनका शोषण करने में शामिल रहे हैं. यह उनका संगठित अपराध है."

कैसे चलता था रैकेट?

इस क्लब के आयोजक व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए निजी पार्टियों की जानकारी साझा करते थे. इन पार्टियों को सामाजिक आयोजन का नाम दिया जाता था, लेकिन हकीकत में ये अवैध गतिविधियों का अड्डा थीं. जांच के दौरान पुलिस को कई अश्लील तस्वीरें और वीडियो मिले, जिनका इस्तेमाल पीड़ितों को ब्लैकमेल करने में किया जाता था.

पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच

पुलिस ने इन पार्टियों में शामिल अन्य संदिग्धों की पहचान शुरू कर दी है. इसके अलावा, उन सभी महिलाओं की तलाश की जा रही है, जो इस रैकेट का शिकार हुई हैं. पुलिस का कहना है कि जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.

समाज को झकझोर देने वाला मामला

यह मामला न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि यह समाज को भी सोचने पर मजबूर करता है. यह घटना दिखाती है कि कैसे भरोसे का दुरुपयोग करके महिलाओं का शोषण किया जा रहा है. अब देखना यह है कि इस मामले में पुलिस और कानून मिलकर कैसे न्याय दिलाते हैं और इस तरह के रैकेट पर लगाम लगाते हैं. First Updated : Saturday, 21 December 2024