संबाददाता- पियूष बिरथरिया (भिंड, मध्य प्रदेश)
मध्य प्रदेश। ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस ने भिंड में एक पटवारी को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते उसके घर से गिरफ्तार किया है। पटवारी मेवाराम शर्मा ने फरियादी से जमीन का नामांतरण करने के बदले रिश्वत की मांग की थी। रिश्वत नहीं देने पर फरियादी की रजिस्ट्री कैंसिल कराने की लगातार धमकी दे रहा था। परेशान होकर फरियादी ने लिखित आवेदन देकर लोकायुक्त से शिकायत की थी, जिसका सत्यापन कराने के बाद लोकायुक्त ने शुक्रवार सुबह कार्रवाई की।
लोकायुक्त पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अजय जयंत पुत्र शील कुमार जयंत निवासी चंदनपुरा अटेर रोड भिंड, ने 15 अक्टूबर को लोकायुक्त एसपी ग्वालियर के कार्यालय में शिकायत की थी कि उसने भुजपुरा में अपने नाना से एक प्लाट ख़रीदा है, जिसका नामांतरण करने के बदले पटवारी मेवाराम शर्मा पुत्र भगवानदास शर्मा दो लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा है। फरियादी को लोकायुक्त पुलिस ने एक टेप रिकार्डर देकर रिश्वत मांगे जाने की शिकायत का सत्यापन कराया। पुष्टि होते ही फरियादी को रिश्वत की राशि 50 हजार रुपये लेकर पटवारी मेवाराम शर्मा के पास भेजा।
रिश्वत नहीं देने पर प्लाट को विवादित बता रहा था पटवारी -
फरियादी अजय जयंत का कहना है कि उसने अपने नाना से भुजपुरा में एक प्लाट नाना से लिया था। जिसका नामांतरण कराने के लिए पटवारी मेवाराम शर्मा को आवेदन दिया था। पटवारी ने पहले कहा कि इस प्लाट की रजिस्ट्री और किसी के नाम है। फिर बोला कि वह रिस्क लेकर नामांतरण कर देगा, लेकिन दो लाख रुपये खर्च होंगे। फरियादी ने कहा कि दो लाख रुपये अधिक हैं, इस पर पटवारी एक लाख 50 हजार रुपये में मान गया।
इस प्रकार पकड़ा गया रिश्वतखोर पटवारी -
फरियादी ने शुक्रवार सुबह पटवारी को फोन करके पूछा कि कहां आ जाएं। पटवारी बोला कि घर पर ही आ जाओ। फरियादी अजय जयंत बायपास स्थिति पटवारी के घर गया। पटवारी बनियान-चड्डे में आया। फरियादी ने पहले बीस हजार रुपये देने की पेशकश की।
लेकिन पटवारी ने मना कर दिया। फिर फरियादी ने पाउडर लगे पांच-पांच सौ के सौ नोटों की गड्डी पटवारी को देकर सिर पर हाथ फेरा, वैसे ही लोकायुक्त टीम ने उसे दबोच लिया, तो पटवारी ने रुपये जमीन पर फेंक दिए। लोकायुक्त टीम ने तुरंत उसके हाथ धुलवाए तो नोट लगे पाउडर से लाल हो गए।
देहात थाने में हंगामा देखकर कोतवाली लेकर आई टीम -
लोकायुक्त द्वारा पकड़े जाने के बाद पटवारी मेवाराम शर्मा पहले गिड़गिड़ाने लगा कि उससे गलती हो गई है, वह तो बख्शीश के रुप में रुपए मांग रहा था, लेकिन लोकायुक्त टीम उसे देहात थाने लेकर आई। यहां कार्रवाई के दौरान पटवारी के स्वजन और रिश्तेदार आदि एकत्रित होकर आ गए और पटवारी को गलत फंसाने और छोड़ने का दबाव बनाने लगे। इसके बाद टीम आरोपित पटवारी और फरियादी को आगे की कार्रवाई के लिए सिटी कोतवाली लेकर पहुंच गई।
कार्रवाई के दौरान डीएसपी प्रद्युमन पाराशर, निरीक्षक ब्रजमोहन सिंह नरवरिया, निरीक्षक भरत किरार, निरीक्षक अंजली शर्मा, प्रधान आरक्षक धनंजय पांडे, देवेंद्र पवैया, हेमंत शर्मा, आरक्षक राजेंद्र सिंह, विनोद शाक्य, अमर सिंह गिल, प्रशांत सिंह, सुनील सिंह, बलवीर सिंह आदि मौजूद रहे।
शिकायत सही मिली तो की कार्रवाई -
फरियादी अजय जयंत ने कार्यालय आकर लिखित आवेदन देकर शिकायत कर बताया था कि पटवारी मेवाराम शर्मा द्वारा नामांतरण करने के नाम पर 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है, जिसका सत्यापन कराया गया था, जो सही पाया गया। आज पटवारी को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया है। First Updated : Friday, 28 October 2022