भिंड: नाबालिग स्कूली छात्रा के अंधे कत्ल का पुलिस ने किया खुलासा, पारिवारिक रिश्ते में चाचा ही निकला हत्यारा

मामला भिंड जिले की ऊमरी थाना क्षेत्र के रामगढ़ गांव का है, जहां 19 अक्टूबर को घर से स्कूल के लिए निकली नाबालिग छात्रा जब स्कूल से घर वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना ऊमरी मे दर्ज कराई थी

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संबाददाता- पीयूष बिरथरिया (भिंड, मध्य प्रदेश)

मध्य प्रदेश। मामला भिंड जिले की ऊमरी थाना क्षेत्र के रामगढ़ गांव का है, जहां 19 अक्टूबर को घर से स्कूल के लिए निकली नाबालिग छात्रा जब स्कूल से घर वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना ऊमरी मे दर्ज कराई थी। इसके कुछ दिन बाद नाबालिग लड़की की लाश बाजरे के खेत में क्षतविप्क्षिप्त अवस्था में पायी गयी थी।

जिसे देखने पर कुछ अनहोनी होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा था, क्योंकि नाबालिग के साथ हुए घटना क्रम में मानवता तार-तार होती नजर आ रही थी। जिसके चलते न्याय पाने की दृष्टि से, नाबालिग के परिजनों ने इसको लेकर भिंड चिरगांव स्टेट हाईवे पर चक्का जाम भी किया था एवं एसपी और कलेक्टर को आवेदन भी दिए थे।

मामले की संवेदनशीलता पर गंभीरता समझते हुए एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान और एडिशनल एसपी कमलेश कुमार के निर्देशन में डीएसपी हेड क्वार्टर अरविंद शाह द्वारा खुद के मार्गदर्शन में खुद मोर्चा संभालते हुए सीसी फुटेज साइबर एवं मुखबिर तंत्र जैसे कई अन्य साधनों के माध्यम से सघन जॉच शुरू की और 16 वर्षीय नाबालिग छात्रा के अंधे कत्ल का खुलासा करने की ठानी, क्योंकि मामला बेहद संदिग्ध था और मामला ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री का लग रहा था।

भिंड पुलिस की इस तिगड़ी ने मृत पीड़ित नाबालिग को हर हाल में न्याय दिलवाने के लिए वह हर संभव कोशिश शुरू कर दी, जिससे अपराधियों तक पंहुचा जा सके। भिंड पुलिस द्वारा अपने सूचना तंत्र प्रौद्योगिकी संस्थान का सही ढंग से उपयोग कर मौक़ा घटना स्थल पर बारीकियों से जांच करना शुरू की जांच के दौरान मृतका के शरीर पर आरोपी के हाथ की उंगुलियों के निशान मिले।

फिर वही निशान वारदात की जगह पर मिले, जो कि दोनों समान रूप से एक पाये गये और फिर भिंड पुलिस ने वारदात की कड़ियों को एक-एक कर मिलाना शुरू किया तो वारदात की घटना आईने की तरह स्पष्ट हो गयी कि अपराधी कोई अपना ही है।

कड़ियों को मिलाते-मिलाते भिंड पुलिस टीम आरोपी तक पहुंच गयी और फिर जो खुलासा हुआ वह हैरान करने वाला था। 11वीं में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा के अंधे कत्ल की वारदात को अंजाम देने वाला पारिवारिक रिश्ते से बच्ची का चाचा है। फिर पुलिस ने बारीकी से जांच पड़ताल शुरू की सभी परिजनों के बारी-बारी फिंगर प्रिंट लिए गए, परिजनों के भी बयान बारी-बारी लिए गए, जिसमें आरोपी खुद के द्वारा सुनाई गई झूठी कहानी में ही फंस गया।

पुलिस ने जब अपने तरीके से आरोपी से पूछताछ की तो, आरोपी ने अपराध को स्वीकार करते हुए बताया कि वह मृतका का चाचा होते हुए भी वह उससे एक तरफा मोहब्बत करता था और उसे हर कीमत पर पाना चाहता था।

इसी कड़ी में पूछताछ पर उसने बताया मेरी उस पर गंदी नजर बहुत पहले से ही थी, जिसे वह जानती थी मगर वह मुझे पसंद नहीं करती थी। प्रेस कांफ्रेंस में भिंड पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अपराधी अपनी भतीजी को पाने की नीयत से उसने धिनौनी वारदात को अंजाम दिया।

वारदात के दिन जब नाबालिग बालिका पढ़ने के लिए घर से निकली तो घर से करीब 1 किलोमीटर दूर अपराधी चाचा उसे सूनसान जगह से जबरन उठाकर बाजरे के खेत में ले गया और फिर उसके विरोध करने के वावजूद अपराधी चाचा ने उसके साथ दुष्कर्म किया।

जब अपराधी चाचा ने उससे यह बात किसी से न बताने को कही तो नाबालिग ने अपनी आप बीती घर के परिजनों और पुलिस को बताने की बात कहने लगी। अपराधी चाचा द्वारा नाबालिग भतीजी को लाख समझाया गया कि वह इस घटनाक्रम का जिक्र किसी से भी न करे, मगर वह नाबालिग नहीं मानी। इससे गुस्से में आकर अपराधी चाचा ने नाबालिग भतीजी का गला दबाकर हत्या कर दी। ताकि किसी को पता ना चले, लेकिन कहते आरोपी कितना भी शातिर क्यों ना हो वारदात के समय उससे कोई न कोई चूक हो ही जाती है।

यहां भिंड पुलिस की कार्रवाई वाकई काबिल-ए-तारीफ है, जिसने इस अंधे हत्याकांड का खुलासा महज कुछ दिन में ही कर अपराधी चाचा को उसके अंजाम तक पहुंचाने का काम किया। तथा डीएसपी हैडक्वार्टर अरविंद शाह की पीठ भी थपथपानी चाहिए, जिन्होंने भिंड पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश खरपुसे के मार्गदर्शन में आरोपी तक पहुंचने में बहुत बड़ी सफलता प्राप्त की है और आरोपी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने का कार्य किया है।

इस चर्चित ब्लाइंड मर्डर का खुलासा प्रेस वार्ता के जरिए स्वयं एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान के द्वारा किया गया तथा उन्होंने अपराधियों को यह भी कडा़ संदेश दिया गया कि आप अपनी धृणित मानसिकता के चलते अपराध को तो अंजाम दे सकते हो मगर भिंड पुलिस (कानून) से बच नहीं सकते।

इसके साथ-साथ उन्होंने भिंड वासियों को भी समझाइश देते हुए कहा कि समय बहुत विपरीत है, यदि आपको अपने साथ कभी भी कोई अनहोनी की आशंका हो तो समय रहते पुलिस को सूचना दे ताकि समय रहते आरोपी को घर दबोचा जा सके और होने वाली अप्रिय घटनाओं से आपको तथा आपके परिजनों को सुरक्षित रखा जा सके। First Updated : Sunday, 30 October 2022