भोपाल: राष्ट्रपति के मप्र आगमन पर अगवानी और विदाई के लिए मिनिस्टर इन वेटिंग नियुक्त
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को मध्य प्रदेश के शहडोल में जनजातीय गौरव दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी। उनकी अगवानी, विदाई और सत्कार के लिए सरकार ने मिनिस्टर इन वेटिंग नियुक्त कर दिए हैं
भोपाल, मध्यप्रदेश। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को मध्य प्रदेश के शहडोल में जनजातीय गौरव दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी। उनकी अगवानी, विदाई और सत्कार के लिए सरकार ने मिनिस्टर इन वेटिंग नियुक्त कर दिए हैं। जबलपुर विमानतल पर राजस्व मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत राष्ट्रपति मुर्मू की अगवानी करेंगे।
वहीं, शहडोल हेलीपेड पर पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल उपस्थित रहेंगे। भोपाल में विमानतल पर राष्ट्रपति की अगवानी गृह मंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा करेंगे। राष्ट्रपति शहडोल में जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद भोपाल पहुंचेंगी।
यहां राजभवन में उनका पारंपरिक स्वागत होगा। वे रातापानी-औबेदुल्लागंज-इटारसी राजमार्ग को फोरलेन किए जाने और रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना ग्वालियर की प्रयोगशाला का वर्चुअली शिलान्यास करेंगी। बुधवार को भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में महिला स्व-सहायता समूहों के सम्मेलन में भाग लेने के बाद दिल्ली लौटेंगी।
नियम तैयार, पेसा कानून होगा लागू -
प्रदेश सरकार द्वारा जनजातीय समुदाय के हित में पंचायत उपबंध (अनुसूचित क्षेत्रों तक विस्तार) अधिनियम (पेसा) लागू किया जाएगा। सरकार ने इसे क्रियान्वित करने के लिए नियम भी तैयार कर लिए हैं। इसके प्रारूप का प्रकाशन किया जा चुका है। 89 आदिवासी विकासखंड की ग्रामसभा को अधिकार संपन्न बनाया गया है। खनन कार्य हो या फिर भूमि अधिग्रहण, नई शराब दुकान खोलना हो या फिर कोई अन्य कार्य करना हो, ग्राम सभा की अनुमति लेनी होगी।
साहूकारों को यह बताना होगा कि उन्होंने किसे कितना ऋण दिया और उसमें से कितना लौटाया जा चुका है। पुलिस को ग्रामसभा में आदिवासियों के विरुद्ध दर्ज होने वाले प्रकरणों की जानकारी देनी होगी। स्कूल, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्रों के निरीक्षण और सामुदायिक कार्यों की देखरेख की जिम्मेदारी भी ग्रामसभा की होगी।