भोपाल: अग्निवीर भर्ती की दौड़ के दौरान बेहोश हुए दो सगे भाइयों की अस्पताल में उपचार के दौरान हुई मौत
बैतूल जिले के ग्राम दियामऊ में रहने वाले दो युवा भाई देशसेवा का जज्बा लेकर भोपाल में हुई अग्निवीर भर्ती की दौड़ में शामिल हुए, इसी दौरान दोनों बेहोश हो गए
Agniveer Recruitment 2022: मध्यप्रदेश। बैतूल जिले के ग्राम दियामऊ में रहने वाले दो युवा भाई देशसेवा का जज्बा लेकर भोपाल में हुई अग्निवीर भर्ती की दौड़ में शामिल हुए, इसी दौरान दोनों बेहोश हो गए। अलग–अलग दिन हुई दौड़ के दौरान बेहोश होने पर एक का बैतूल और दूसरे का नागपुर के अस्पताल में इलाज कराया गया, लेकिन आखिरकार जीत मौत की हुई और दोनों भाइयों ने दम तोड़ दिया।
दो बेटों की मौत से पूरा परिवार सदमे में है और गांव में मातम पसरा हुआ है। जानकारी के मुताबिक ग्राम दियामहू निवासी प्रयागनाथ यादव के बेटे रूपेंद्र और अंकित अग्निवीर सेना में भर्ती होने के लिए कई दिनों से तैयारी कर रहे थे।
भोपाल में आयोजित अग्निवीर भर्ती के लिए 29 अक्टूबर को रूपेंद्र दौड़ में शामिल हुआ था। इसी दौरान वह बेहोश हो गया था। उसे भोपाल के अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां से परिजनों ने उसे बैतूल के निजी अस्पताल में लाकर भर्ती कराया। चार नवंबर को उसकी मौत हो गई।
रूपेंद्र की मौत के एक दिन पहले तीन नवंबर को छोटे भाई अंकित की भी अग्निवीर भर्ती में दौड़ प्रतियोगिता थी। अंकित भी बड़े भाई की तरह दौड़ के दौरान बेहोश हो गया। परिजनों ने उसे बैतूल के निजी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया, जहां से स्थिति में सुधार ना होने पर उसे नागपुर के लिए रेफर किया गया, लेकिन सात नवंबर को उसकी भी मौत हो गई।
दो भाइयों की एक के बाद एक वो भी समान परिस्थिति में मौत होना परिवार के लोगों के समझ नही आ रहा है। बैतूल के निजी अस्पताल के संचालक डॉ. योगेश पंडाग्रे ने बताया कि रूपेंद्र की दोनों किडनी खराब हो चुकी थी और उसके लीवर में भी सूजन था। दोनों को सिकलसेल एनीमिया की बीमारी थी।
दोनों का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया, जिससे मौत की असली वजह सामने नहीं आ सकी है। डॉ पंडाग्रे ने आशंका जताई कि हो सकता है दोनों शारीरिक मजबूती के लिए कोई दवा लेते रहे होंगे और उसकी अधिकता से यह स्थिति बन गई हो। हालांकि दोनों के ब्लड सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजे गए हैं।