जबलपुर कॉलेज में ब्लैकमेलिंग का गंदा खेल, अश्लील वीडियो के जरिए मिल रहीं छात्राओं को धमकियां
Madhyapradesh: जबलपुर के मानकुंवर बाई महिला कॉलेज में एक ब्लैकमेलिंग का मामला उभरा है जिसमें छात्राओं को अश्लील वीडियो भेजकर धमकाया जा रहा है. ब्लैकमेलर ने पैसे की मांग की है और यदि छात्राएं पैसे नहीं देतीं तो उनके वीडियो वायरल करने की धमकी दी जा रही है. इस घटना ने कॉलेज में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है. कई छात्राओं ने कॉलेज आना तक छोड़ दिया है और सुरक्षा की चिंता भी काफी बढ़ गई है.
Madhyapradesh: जबलपुर के मानकुंवर बाई महिला कॉलेज में एक गंभीर ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आया है, जिसने छात्राओं के बीच दहशत का माहौल पैदा कर दिया है. पिछले एक हफ्ते से कॉलेज की छात्राओं को अश्लील वीडियो भेजकर ब्लैकमेल किया जा रहा है. ब्लैकमेलर ने अनजान नंबरों से कॉल कर छात्राओं को धमकाया है, कि अगर वे पैसे नहीं देंगी तो उनके आपत्तिजनक फोटो और वीडियो वायरल कर दिए जाएंगे. पैसे की मांग 10 हजार से लेकर 50 हजार रुपए तक की जा रही है.
छात्राएं मानसिक रूप से हैं परेशान
इस घटनाक्रम से छात्राएं मानसिक रूप से बहुत परेशान हैं. कई छात्राओं ने कॉलेज आना तक छोड़ दिया है जबकि कुछ के परिजनों ने कॉलेज में मारपीट कर पढ़ाई रोकवा दी है. ब्लैकमेलर ने 70 से ज्यादा छात्राओं से पैसे की मांग की है और कुछ ने पैसे भी भेजे हैं. कॉलेज और हॉस्टल की छात्राएं लगातार इस उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं.
एबीवीपी ने किया प्रदर्शन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने इस मुद्दे को लेकर कॉलेज में प्रदर्शन किया और प्रिंसिपल डॉ. संध्या चौबे से मुलाकात की. उन्होंने कॉलेज प्रशासन से मांग की, कि पुलिस में तुरंत शिकायत दर्ज कराई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. एबीवीपी छात्र नेता आंचल मिश्रा ने भी छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है.
पुलिस ने किया मामला दर्ज
कॉलेज प्रशासन ने इस गंभीर स्थिति को देखते हुए पुलिस से कड़ी कार्रवाई की अपील की है. छात्राओं के नंबर लीक होने की आशंका भी जताई जा रही है जिससे ब्लैकमेलिंग हो रही है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और ब्लैकमेलिंग के शिकार छात्राओं से संपर्क किया जा रहा है.
जबलपुर के पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने इस बात की पुष्टि की है कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी की निगाहें अब पुलिस की कार्रवाई पर टिकी हैं ताकि छात्राओं को इस मानसिक प्रताड़ना से राहत मिल सके.