Amravati Murder Case में बड़ा खुलासा, Umesh Kolhe का दोस्त ही निकला साज़िशकर्ता
उदयपुर हत्याकांड ने देश को झकझोर कर रख दिया था लेकिन तभी अमरावती हत्याकांड ने देश को सकते में डाल दिया. अमरावती के केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या भी नफरत की भेंट चढ़ी जिसने कई सवाल खड़े कर दिए
उदयपुर हत्याकांड ने देश को झकझोर कर रख दिया था लेकिन तभी अमरावती हत्याकांड ने देश को सकते में डाल दिया. अमरावती के केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या भी नफरत की भेंट चढ़ी जिसने कई सवाल खड़े कर दिए. उमेश कोल्ह की हत्या करवाने वाला कोई और नहीं बल्कि उमेश कोल्ह के 15 साल पुराना दोस्त डॉक्टर युसूफ़ खान निकला. युसूफ खान एक वेटरनरी डॉक्टर है जिसने सोशल मीडिया पर उमेश कोल्हे की पोस्ट को फैलाया था.
बताया जाता है कि युसूफ खान 'ब्लैक फ्रीडम' नाम के व्हाट्सएप ग्रुप का भी सदस्य है, इस ग्रुप में उमेश ने नूपुर शर्मा का समर्थन करते हुए एक पोस्ट को फॉरवर्ड किया था, जिसके बाद यूसुफ खान ने उस पोस्ट को 'रहबरिया ग्रुप' में भेज दिया जिससे हत्यारा और मास्टरमाइंड इरफान भी जुड़ा था. उमेश कोल्हे हत्याकांड की तफतीश में जुटी एनआईए तब हैरान रह गई जब ये पता चला कि वेटनरी डॉक्टर यूसुफ़ खान उमेश से उधारी में दवाएं लेता था.
इतना ही नहीं युसूफ खान पर उमेशा का दो लाख रुपए भी बकाया था. इसके बावजूद डॉक्टर यूसुफ़ खान ने उमेश की मौत की साज़िश का पुरज़ोर इंतज़ाम कर दिया. उमेश की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि हत्यारों ने जिस तरह से उमेश कोल्हे पर हमला किया उससे उमेश की दिमाग की नस, सांस लेने वाली नलिका, खाना खाने वाले नली और आंख की नस डैमेज हो गई. रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि जो जख़्म हुआ था वो 5 इंच चौड़ा, 7 इंच लंबा और 5 इंच गहरा था.
पुलिस की जानकारी के मुताबिक, युसूफ खान ने उमेश की पोस्ट को लेकर वर्ग विशेष के लोगों को भड़काया था.. बताया जा रहा है कि इसके बाद दिहाड़ी मजदूरी करने वाले युवक, जिनकी उम्र 22 से 44 वर्ष के बीच की थी, वे इस घटना को अंजाम देने के लिए तैयार हुए.. शोएब खान, आतिफ रशीद और शाहीम शेख ने रेकी की और शोएब खान ने उमेश कोल्हे के ऊपर चाकू से हमला किया . बहरहाल, उमेश कोल्हे की हत्या का मास्टरमाइंड यूसुफ खान अब पुलिस की गिरफ्त में है..
बता दें कि 21 जून की रात उमेश कोल्हे अपने मेडिकल स्टोर से स्कूटर से घर लौट रहे थे. रास्ते में एक बाइक पर सवार तीन लोगों ने उन्हें रोक लिया और हत्या कर दी. उनके बेटे और पत्नी भी साथ में ही दूसरी बाइक पर थे लेकिन वे उन्हें बचा नहीं पाए. अमरावती पुलिस ने पहले इसे लूट की घटना मानते हुए हत्या माना था लेकिन एनआईए की f.i.r. से साफ हो गया है कि उमेश की हत्या आईएसआईएस के स्टाइल में की गई है एनआईए का कहना है कि इसका मकसद देश में एक वर्ग के लोगों को दहशतजदा करना है।