बेहराइच में खतरा टला नहीं! पकड़ा गया 5वां आदमखोर, एक भेड़िया अब भी आजाद देखें वीडियो

Bahraich Action Against Wolves: उत्तर प्रदेश के बहराइच में अब काफी हद तक भेड़ियों के आतंक पर लगाम लगती नजर आ रही है. वन विभाग की टीम को यहां एक बड़ी कामयाबी मिली है. टीम ने पांचवें भेड़िये को भी पकड़ लिया है. अभी उसे वन विभाग के रेस्क्यू शेल्टर ले जाया जा रहा है. इससे पहले 4 आदमखोरों को पकड़ लिया गया था. हालांकि, अभी खतरा टला नहीं है. क्योंकि एक भेड़िया अब भी आजाद है. देखिए पकड़े गए 5वें भेड़िये का वीडियो.

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Bahraich Fifth Wolf Caught: उत्तर प्रदेश के बहराइच में वन विभाग की टीम ने पांचवे आदमखोर भेड़िये को पकड़ने में सफलता हासिल की है. जुलाई से बहराइच में भेड़ियों के हमलों ने लोगों के बीच डर का माहौल बना रखा है. अब तक इन हमलों में कई जान जा चुकी है. भेड़ियों के एक समूह ने लगभग 50 गांवों में आतंक मचा रखा था, जिसे रोकने के लिए वन विभाग लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहा है. इससे पहले चार भेड़ियों को पहले ही पकड़ लिया गया था और अब पांचवां भेड़िया भी टीम की गिरफ्त में आ चुका है.

भेड़िया प्रभावित क्षेत्रों में वन विभाग को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. भेड़ियों के दिखने की झूठी खबरें और लोगों की भीड़ अभियान में रुकावटें पैदा कर रही हैं. वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह के अनुसार, जब तलाशी अभियान चलाया जाता है तो भीड़ की वजह से जानवर के भागने की संभावना बढ़ जाती है. इसके अलावा, अफवाहें भी अभियान को प्रभावित कर रही हैं, जिससे वन विभाग को दबाव का सामना करना पड़ रहा है.

जागरूकता और सुरक्षा उपाय

वन विभाग गांवों में जागरूकता अभियान चला रहा है, जिसमें पोस्टर, बैनर और सभाओं के माध्यम से ग्रामीणों को सावधान रहने की सलाह दी जा रही है. टीम ने लोगों को रात में घर के भीतर सोने और दरवाजे बंद रखने की हिदायत दी है. कुछ संवेदनशील गांवों के बाहर पटाखे छोड़कर भेड़ियों को भगाने के प्रयास किए जा रहे हैं. वन अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया है कि सियार और भेड़िया में अंतर होता है, लेकिन ड्रोन की आवाज से भेड़िया तुरंत भाग जाता है, जबकि सियार वहीं रहता है.

प्रशासन की तैयारियां

प्रदेश की मुख्य वन संरक्षक रेनू सिंह ने जानकारी दी कि अब तक आठ लोगों की जान भेड़ियों के हमले में गई है और 20 लोग घायल हुए हैं. वन विभाग के 165 कर्मचारी और 18 शूटर इस अभियान में लगे हुए हैं. वहीं जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि प्रभावित गांवों में जिला प्रशासन ने रात्रि आश्रय के इंतजाम किए हैं. कुछ घरों में दरवाजे लगाए जा चुके हैं और सोलर लाइटों का भी काम चल रहा है.

First Updated : Tuesday, 10 September 2024