पाक साफ नहीं है प्रशांत किशोर के उम्मीदवार! जानिए क्रिमिनल रिकॉर्ड, शिक्षा भी बेहाल

Bihar Assembly By Election: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले उपचुनाव के रूप में लिटमस टेस्ट होने जा रहा है. ये सबसे अधिक नए-नए राजनीति में आए प्रशांत किशोर के लिए मायने रखता है. ऐसे में उनके 4 में से 3 उम्मीदवारों के आपराधिक रिकॉर्ड और उनकी शिक्षा पर सवाल उठने लगे हैं. हालांकि, इसपर प्रशांत किशोर ने सफाई दी है.

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Bihar Assembly By Election: बिहार में 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज के उम्मीदवारों को लेकर चर्चाएं और विवाद बढ़ते जा रहे हैं. बेलागंज, इमामगंज, रामगढ़, और तरारी की चार सीटों पर होने वाले इन उपचुनावों में प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी के उम्मीदवार खड़े किए हैं, जिन पर अब सवाल उठाए जा रहे हैं. आइये जानें इनके आपराधिक रिकॉर्ड और शिक्षा का हाल?

हालांकि, प्रशांत किशोर ने अपने उम्मीदवारों का बचाव करते हुए कहा कि उनके प्रत्याशी अपराधी या माफिया नहीं हैं. वो बड़े राजनीतिक परिवार से भी नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि इन उम्मीदवारों का चयन उनके समाज में प्रतिष्ठा और ईमानदारी के आधार पर किया गया है. इसके लिए कोई और आधार नहीं है.

उम्मीदवारों पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?

बेलागंज सीट: प्रशांत किशोर ने बेलागंज से 55 वर्षीय मोहम्मद अमजद को प्रत्याशी बनाया है. उनके हलफनामे के अनुसार, उन पर हत्या के प्रयास, रंगदारी और हमला करने जैसे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. हालांकि, किसी भी मामले में उन्हें अदालत से बरी नहीं किया गया है. अमजद पहले भी दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं और पूर्व पंचायत प्रमुख भी रहे हैं.

इमामगंज सीट: 47 वर्षीय चिकित्सक जितेंद्र पासवान को इमामगंज से टिकट दिया गया है. जितेंद्र के खिलाफ भी अपहरण, धोखाधड़ी, मारपीट और चोरी जैसे आपराधिक मामले हैं. हलफनामे के अनुसार, इनमें से कुछ मामलों में उन्हें निर्दोष पाया गया है जबकि कुछ अभी न्यायालय में लंबित हैं.

रामगढ़ सीट: रामगढ़ से सुशील कुमार सिंह कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया गया है, जो किसान हैं. सुशील के खिलाफ भी हत्या के प्रयास, चेक बाउंस और हमला करने के मामले दर्ज हैं. 

तरारी सीट: तरारी से किरण सिंह को जन सुराज के प्रत्याशी के रूप में उतारा गया है. प्रशांत किशोर के चारों प्रत्याशियों में से किरण सिंह को छोड़कर बाकी तीनों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इस वजह से प्रशांत किशोर के उम्मीदवारों के चयन को लेकर सवाल उठ रहे हैं.

उम्मीदवारों की शिक्षा पर भी सवाल

प्रशांत किशोर के उम्मीदवारों की शैक्षिक योग्यता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. चारों उम्मीदवारों में से किसी ने भी 12वीं से अधिक शिक्षा प्राप्त नहीं की है. किरण देवी और मोहम्मद अमजद 10वीं पास हैं, जबकि जितेंद्र पासवान और सुशील कुमार 12वीं पास हैं.

सवालों पर प्रशांत की सफाई

यह सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि प्रशांत किशोर ने पद यात्रा के दौरान राजनीति में अपराधीकरण का मुद्दा उठाया था. उन्होंने तेजस्वी यादव के केवल 9वीं पास होने पर भी टिप्पणी की थी. ऐसे में उनके उम्मीदवारों के आपराधिक रिकॉर्ड और शैक्षिक योग्यता को लेकर उठ रहे सवालों से उन पर दबाव बढ़ गया है. हालांकि, प्रशांत किशोर ने बचाव करते हुए कहा है कि उनके प्रत्याशी कोई अपराधी या माफिया नहीं हैं और न ही वो किसी बड़े परिवार से हैं. First Updated : Thursday, 31 October 2024