Bihar Diwas 2023: आज है बिहार का 111वां वर्षगाठ, बिहार दिवस के अवसर पर जाने बिहार का इतिहास

Bihar Diwas Story: आज से 111 साल पहले बिहार बंगाल प्रेसिडेंसी से अलग होकर बिहार राज्य बना था। इसी दिन को बिहार दिवस के रुप में बिहार के हर क्षेत्र में मनाया जाता है।

Deeksha Parmar
Deeksha Parmar

Bihar Diwas 2023 : भारत में 111 साल पहले एक नए राज्या का गठन हुआ था जिसका नाम बिहार पड़ा। हालांकि यह नया राज्य बंगाल विभाजन के बाद बना था। 22 मार्च 1912 को बिहार दिवस के रुप में पूरे बिहार में धुमधाम से मनाया जाता है। आज जहां दुनिया के अधिकतर हिस्सों में डेमोक्रेटिक सिस्टम का शासन है, इसकी शुरुआत बिहार से ही हुआ है।

बिहार में एक कहावत बहुत प्रचलीत है, एक बिहारी सब पे भारी, इस छोटी सी लाइन की कहावत का भाव बहुत भाड़ी है। इस कहावत को अक्सर आपने सुना होगा। बिहार राज्य की इतिहास की बात करें तो यह राज्य हमेशा से ही गौरवशाली रहा। आज पूरा बिहार अपना 111वां वर्षगाठ मना रहा है।

बिहार का इतिहास

बिहार एक ऐसा राज्य है जिसके बिना भारतीय इतिहास के पन्नें सुने है। या यूं कह लिजीए की बिहार के बिना भारतीय इतिहास की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। जी हां यह वही बिहार है जिसने दुनिया को सबसे पहला राष्ट्रपति दिया, यह वही बिहार है जिसने दुनिया के सबसे बड़े फिजिसियन आइंस्टीन को शुन्य का निर्मान करके चुनौती दी थी।

ऐसे कई महान शास्क है जो बिहार के भूमी पर पले बड़े है। आपको बता दें की दुनिया का सबसे पहला इंटरनेशनल नालंदा यूनिवर्सिटी भी बिहार में ही है जहां पर देश को कोने-कोने से लोग शिक्षा ग्रहन करने आते थे।

बिहार कब अस्तित्व में आया

बिहार का नाम अस्तित्व में तब आया जब बिहार बंगाल से विभाजित किया गया, इससे पहले बिहार बंगाल प्रांत का हिस्सा था। हालांकि 1936 से लेकर 2000 तक तीन बार बिहार को विभाजन का दंश सहना पड़ा था, लकीन जब बिहार बंगाल से विभाजीत हुआ तो एक स्वतंत्र राज्य के रूप में उभर कर आया। तो आइए जानते है बिहार के कुछ रोचक पहलुओं के बारें में।

बिहार पहले मगध के नाम से प्रचलित था और इसकी राजधानी पाटलिपुत्र के नाम से जाना जाता था।

बिहार को बुद्धों की तपोभूमि भी कहा जाता है।

22 मार्च 1912 को बिहार राज्य अलग हुआ था जिसके बाद बिहार को ब्रिटिश भारतीय साम्राज्य के रूप में मान्यता मिली थी।

बिहार के वैशाली में दुनिया के पहले गणराज्य की आधारशिला रखी गी थी।

दुनिया को शून्य से परचित कराने वाले आर्यभट्ट का भी जन्मस्थली बिहार ही है।

बिहार को सिविल सर्विस अफसरों का गढ़ माना जाता है

दुनिया की सबसे लंबी वाई-फाई की रेंज यानी करीबन 20 किमी की लंबी मुफ्त वाई-फाई रेंज पटना में है।

इस बार बिहार दिवस के अवसर पर बिहार के सभी जिलों में अलग-अलग तरह से एक जश्न के तरह मनाया जा रहा है। बिहार दिवस को 2010 से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने धुमधाम से मनाने का एलान किया। इस बार बिहार दिवस के अवसर पर सभी स्कुलों में प्रभात फेरी निकलवाया गया है। साथ ही बिहार दिवस के सामरोह में आज यानी बुधवार की शाम को मशहूर सिंगर जावेद अली और मशहूर गायिका मैथिली ठाकुर के साथ कई गायक-गायिका पटना के गांधी मैदान में अपने-अपने सुरों का जलवा बिखेरेते हुए नजर आएगी।

वही बिहार दिवस के अवसर पर एक दिन पहले से ही मुख्यमंत्री आवास से लेकर राजभवन, विधान मंडल, पुलिस मुख्यालय, सचिवालय, समेत राज्य के जिले के समाहरणालय, सभी सरकारी भवनें एवं गांव को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है। वही बिहार दिवस के उपलक्ष्य़ में पटना के गांधी मैदान में विशेष कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है। पटना के अलावा रवींद्र भवन और एसकेमेमोरियल हॉल में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। बुधवार की शाम को पटना के गंधा मैदान का नजारा देखने लायक होगा।

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22 March 2023, 03:55 PM IST

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