बिहार में अश्लील और डबल मीनिंग वाले गानों पर पूरी तरह बैन! नापाक हरकत पर जेल जाने के लिए रहें तैयार

बिहार में सार्वजनिक स्थानों पर अश्लील और डबल मीनिंग गानों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया गया है. इस फैसले का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें जेल की सजा भी शामिल है. यह कदम महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है.

Bihar ban obscene and double meaning songs: बिहार में अश्लील और डबल मीनिंग वाले गानों को बजाने पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है. हाल ही में बिहार पुलिस ने इस पहल के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए अभिनेत्री नीतू चंद्रा का सहयोग लिया. एक वीडियो संदेश में नीतू ने महिलाओं से अपील की कि वे अश्लील गानों के प्रसारण की शिकायत निकटतम पुलिस स्टेशन में दर्ज कराएं. पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखी जाएगी.

बिहार में इस नए निर्देश की व्यापक सराहना की जा रही है और इसे नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. नीतू चंद्रा ने गाने बजाने को लेकर महिलाओं को जागरूक करते हुए कहा कि अश्लील गाने सार्वजनिक परिवहन जैसे बस, ऑटो या रिक्शा में न बजाए जाएं. इस तरह के गानों के प्रसारण को रोकने के लिए पुलिस ने सभी जिलों के अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है. बिहार पुलिस मुख्यालय ने कहा है कि अश्लील गानों को सुनने पर भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी और कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

अश्लील गानों का होता रहा है विरोध

इस फैसले का समर्थन करते हुए बिहार की पत्रकार काजल शर्मा ने कहा कि भोजपुरी संगीत के कुछ दशकों तक साफ-सुथरे गीत थे, लेकिन अब अश्लीलता का प्रचलन बढ़ गया है, जिससे महिलाओं को असहज महसूस होता है. वहीं, एक बैंक कर्मचारी संदीपा ओझा ने सार्वजनिक परिवहन में अश्लील गानों को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की और कहा कि इस आदेश को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए पुलिस को सख्त कदम उठाने होंगे.

फिल्मों के माध्यम से अश्लीलता को बढ़ावा

अश्लील गानों का प्रभाव बच्चों और समाज पर भी पड़ता है और यह गलत संदेश भेजता है. बिहार पुलिस का मानना है कि गाने और फिल्मों के माध्यम से समाज में अश्लीलता को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है, जिससे महिलाओं के लिए असुरक्षित माहौल पैदा होता है. इस पहल के जरिए सरकार और पुलिस का उद्देश्य महिलाओं को एक सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल प्रदान करना है.

पुलिस अधिकारियों और समाज के कई सदस्यों ने इस कदम को सही दिशा में उठाया गया कदम बताया है और उम्मीद जताई है कि इससे समाज में सुधार होगा और महिला सुरक्षा को मजबूती मिलेगी.

calender
21 March 2025, 10:30 PM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो