Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र में आज, बुधवार को विधानसभा चुनाव हो रहे हैं.इसके ठीक एक दिन पहले, मंगलवार को पुणे के एक पूर्व आईपीएस अधिकारी ने एनसीपी नेता सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले पर बड़ा आरोप लगाया.पूर्व आईपीएस अधिकारी का कहना है कि 2018 में इन दोनों नेताओं ने बिटकॉइन की हेराफेरी की और उस पैसे का इस्तेमाल इस विधानसभा चुनाव में किया जा रहा है.
बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और एमवीए (महाविकास अघाड़ी) पर गंभीर आरोप लगाए.उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि क्या वे बिटकॉइन के किसी ट्रांजैक्शन में शामिल हैं? इसके अलावा, सुधांशु त्रिवेदी ने सुप्रिया सुले और नाना पटोले पर भी आरोप लगाए.उन्होंने कहा, "यह बहुत गंभीर और चिंताजनक मामला है, जो एमवीए के भ्रष्टाचार को उजागर कर रहा है.यह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों पर सवाल खड़ा करता है."
बीजेपी का दावा है कि नाना पटोले, सुप्रिया सुले, पुणे के पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता और डीलर अमिताभ के बीच वॉयस नोट्स का आदान-प्रदान हुआ है.
बीजेपी के आरोपों के बाद सुप्रिया सुले ने कहा कि बीजेपी गंदी राजनीति कर रही है.उन्होंने कहा, "मैं ऐसे किसी व्यक्ति को नहीं जानती.मेरी आवाज का गलत इस्तेमाल किया गया है.मैं सुधांशु त्रिवेदी पर मानहानि का मुकदमा दायर करूंगी." इसके अलावा, सुप्रिया सुले ने पुणे पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है.
सुप्रिया सुले ने इन आरोपों के खिलाफ चुनाव आयोग को एक शिकायत पत्र लिखा है.उनके वकील ने पत्र में कहा कि पुणे के पूर्व आईपीएस अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल और गौरव मेहता के खिलाफ साइबर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की जाए, जो झूठी जानकारी फैला रहे हैं.
वकील ने पत्र में कहा, "वे आरोप लगा रहे हैं कि नाना पटोले और सुप्रिया सुले बिटकॉइन का दुरुपयोग चुनावी धन बांटने के लिए कर रहे हैं.उन्होंने आरोपों को पुख्ता करने के लिए सुप्रिया सुले की नकली आवाज भी बनाने की कोशिश की."
सुप्रिया सुले के वकील ने लिखा, "यह डिजिटल माध्यम का दुरुपयोग करके धोखाधड़ी और बदनामी करने का गंभीर अपराध है.ये आरोप पूरी तरह से झूठे हैं और सुप्रिया सुले की छवि और प्रतिष्ठा को खराब करने के लिए लगाए गए हैं." First Updated : Wednesday, 20 November 2024