Delhi assembly elections: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव प्रचार के बाद, बीजेपी अब दिल्ली चुनावों के लिए पूरी तैयारी में जुट गई है. पार्टी का लक्ष्य 26 साल से चल रहे राजनीतिक सूखे को खत्म करना है. दिल्ली में फरवरी 2025 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, इसलिए बीजेपी ने एक एक्शन प्लान तैयार किया है.
इस प्लान के तहत, बीजेपी चुनाव से 4 महीने पहले एक बड़ा अभियान शुरू करेगी. बीजेपी की रणनीति दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सख्ती से काम करने की है. ये रणनीति राजस्थान के रणथंभौर में संघ और पार्टी के बड़े नेताओं की बैठक में बनाई गई है.
1. पूर्व सांसदों को टिकट: बीजेपी अपने अधिकतर पूर्व सांसदों को इस बार विधानसभा चुनाव में टिकट देगी.
2. नए चेहरे: पार्टी 50 फीसदी से ज्यादा नए चेहरों को उम्मीदवार बनाएगी.
3. हारने वालों को टिकट नहीं: जो उम्मीदवार लगातार दो बार विधानसभा चुनाव हार चुके हैं, उन्हें इस बार टिकट नहीं मिलेगा.
4. विधायकों का टिकट कटना: मौजूदा 8 विधायकों में से करीब 50 फीसदी का टिकट कटेगा. एक विधायक पहले ही सांसद बन चुके हैं.
5. सामूहिक नेतृत्व: बीजेपी इस बार बिना किसी चेहरे के यानी सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ सकती है.
बीजेपी इस बार करो या मरो की तर्ज पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है. पार्टी को लगता है कि अगर इस बार चुनाव नहीं जीते, तो भविष्य में और मुश्किलें आएंगी.
बीजेपी दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में जल्दी पदयात्रा शुरू करेगी. इस पदयात्रा के माध्यम से पार्टी के नेता और कार्यकर्ता केंद्र सरकार के कामों और केजरीवाल सरकार की नाकामियों को उजागर करेंगे.
बीजेपी सिख समुदाय को साधने पर खास ध्यान दे रही है. पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हाल ही में सिख नेताओं की बैठक की और दिल्ली में सिख समुदाय के बीच outreach प्रोग्राम चलाने को कहा. इसलिए, कहा जा रहा है कि बीजेपी के बड़े सिख नेता समुदाय के लोगों के पास जाकर पार्टी के पक्ष में उन्हें समझाने का काम करेंगे. पार्टी बिजली, सड़क और पानी जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगी, साथ ही भ्रष्टाचार के मुद्दे को भी जोर-शोर से प्रस्तुत करेगी. First Updated : Friday, 04 October 2024