बीजेपी विधायक ने छीन लिया समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का नॉमिनेशन पेपर, यूपी में हंगामा

Lakhimpur: यूपी के लखीमपुर खीरी में एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमें बीजेपी की महिला विधायक मंजू त्यागी समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का नामांकन पत्र छीनती नजर आ रही हैं. इस घटना ने राजनीतिक हंगामा मचा दिया है. समाजवादी पार्टी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी पर लोकतंत्र का गला घोंटने का आरोप लगाया है. क्या इस विवाद के बाद चुनावी माहौल और भी गरमाएगा, ये देखना काफी दिलचस्प होगा.

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Lakhimpur: यूपी के लखीमपुर खीरी में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें बीजेपी महिला विधायक मंजू त्यागी द्वारा समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का नामांकन पत्र छीनते हुए देखा जा रहा है. यह घटना फूलबेहड़ सहकारी समिति के चुनाव में हुई और इस पर अब तकरार बढ़ गई है.

सहकारी समिति के चुनाव के दौरान, बीजेपी विधायक मंजू त्यागी ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के नामांकन पत्र को चुनाव अधिकारियों के हाथ से छीन लिया. यह घटना वीडियो में कैद हो गई जिसने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया है. समाजवादी पार्टी ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया है.

अखिलेश यादव का आरोप

अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सत्ता का दुरुपयोग कर रही है और लोकतंत्र को कमजोर कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर रहे हैं और गुंडागर्दी कर रहे हैं. यादव ने दावा किया कि बीजेपी के लोग लोकतंत्र को लूट रहे हैं और स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव को बाधित कर रहे हैं.

सपा के नेताओं का आरोप

समाजवादी पार्टी के नेता अनुराग पटेल और रामपाल यादव ने कहा कि मंजू त्यागी ने एसडीएम की मौजूदगी के बावजूद नामांकन पत्र छीन लिया है, जिससे नामांकन प्रक्रिया बाधित हुई है. उन्होंने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की मांग की और बीजेपी विधायक की इस हरकत की आलोचना की.

बीजेपी का जवाब

बीजेपी के जिला अध्यक्ष सुनील सिंह ने आरोपों का खंडन किया और कहा कि मंजू त्यागी घटनास्थल पर बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा बुलाए जाने के बाद पहुंची थीं. उन्होंने समाजवादी पार्टी पर गड़बड़ी पैदा करने का आरोप लगाया और कहा कि बीजेपी विधायक पर लगे आरोप झूठे हैं.

रिटर्निंग ऑफिसर की प्रतिक्रिया

रिटर्निंग ऑफिसर ने घटना पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और बताया कि 16 नामांकन पत्र खरीदे गए थे, लेकिन कोई नामांकन दाखिल नहीं हुआ था. इस पूरे घटनाक्रम ने यूपी में चुनावी माहौल को और गरमा दिया है और सभी की नजरें अब इस मामले पर टिकी हैं. 

First Updated : Friday, 13 September 2024