15 मिनट की देरी पर बेंगलुरु में भाई-बहन पर हमला, जानें क्या है पूरा सच!
Viral Video: बेंगलुरु में एक व्यक्ति ने बताया कि उसकी बहन हॉस्टल में 15 मिनट देर से पहुंची, जिसके चलते उसके और उसके चचेरे भाइयों पर हमला हुआ. वायरल वीडियो में देखा गया कि कुछ लोग उन पर लाठियों से हमला कर रहे हैं. इस घटना ने शहर की बढ़ती हिंसा को लेकर लोगों में गहरी चिंता पैदा कर दी है. जानें पूरी कहानी और इस अजीबोगरीब घटना के पीछे का सच!
Viral Video: बेंगलुरु, एक ऐसा शहर जो कई युवाओं के लिए सपनों का गढ़ माना जाता था, अब हाल की हिंसक घटनाओं के कारण सुर्खियों में है. हाल ही में एक वायरल वीडियो ने इस शहर की बढ़ती अराजकता का एक और उदाहरण पेश किया है, जिसमें एक व्यक्ति ने दावा किया कि उसकी बहन के हॉस्टल में 15 मिनट की देरी से पहुंचने पर उसके और उसके चचेरे भाइयों पर हमला किया गया.
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है जिसमें कुछ लोग इस परिवार के सदस्यों पर हमला करते नजर आ रहे हैं. वीडियो में दिख रहा है कि हमलावर उन्हें थप्पड़ मार रहे हैं और गालियां दे रहे हैं. व्यक्ति का कहना है कि वह केरल से अपनी बहन से मिलने बेंगलुरु आया था लेकिन परिवार को हॉस्टल लौटने में थोड़ी देरी हो गई, जिसके चलते ये हमला हुआ.
क्या है पूरा मामला
व्यक्ति ने अपने पोस्ट में लिखा, 'मैं और मेरी बहन (जिसका हॉस्टल में 15 मिनट की देरी से पहुंचना था) और मेरे चचेरे भाई पर कुछ लोगों ने हमला किया. उन्होंने हमें डंडों से पीटा.' वीडियो में यह स्पष्ट होता है कि हमलावरों ने लाठियों का इस्तेमाल किया और हिंसा को अंजाम दिया.
Me and my sister ( im her own brother i came from kerala to visit her ) i and cousins were attacked by a group of individuals #Karnataka #Bengaluru they slap on her and beaten us with sticks the reson was she came to the hostel late for 15 mints pic.twitter.com/WPgui4siGN
— ADARSH P ANIL (@p_adarsh44735) October 1, 2024
इस घटना ने बेंगलुरु के नागरिकों को चौंका दिया है. सोशल मीडिया पर लोग इस प्रकार की हिंसा की निंदा कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, 'बेंगलुरु में आखिर चल क्या रहा है? हर दूसरे दिन कोई न कोई मुद्दा सामने आ रहा है. इस शहर को अपने काम को व्यवस्थित करने की जरूरत है.'
लोगों की प्रतिक्रियाएं
वायरल वीडियो को देखकर कई लोगों ने अपनी चिंता व्यक्त की है. कुछ ने आरोपियों के खिलाफ सख्त पुलिस कार्रवाई की मांग की है, जबकि अन्य ने इसे एक गंभीर मुद्दा बताया. '15 मिनट की देरी कोई अपराध नहीं है,' एक अन्य यूजर ने लिखा, 'फिर भी वे मासूमों पर हिंसा कर रहे हैं. अगर उन्हें किसी पर गुस्सा आता है तो उन्हें दूसरों को परेशान करने वालों से निपटना चाहिए.'
इस घटना ने बेंगलुरु में सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर किया है. नागरिकों की बढ़ती चिंता को देखते हुए यह आवश्यक हो गया है कि प्रशासन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए.
बेंगलुरु की यह घटना केवल एक हिंसक हमला नहीं है बल्कि यह शहर की स्थिति को दर्शाने वाला एक गंभीर संकेत है. क्या बेंगलुरु फिर से एक सुरक्षित जगह बनेगा या यह अराजकता बढ़ती रहेगी? यह एक सवाल है जिसका जवाब समय ही देगा.