BSP की रणनीति: सपा और भाजपा खेल बिगाड़ेगा मायावती का यह दांव!
उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर जल्द ही उपचुनाव होने वाले हैं, जिससे राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं. मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने भी अपनी रणनीति तैयार कर ली है. राज्य की 9 सीटों पर उपचुनाव इसलिए जरूरी हो गए हैं क्योंकि मौजूदा विधायक लोकसभा चुनाव जीतकर संसद में पहुंच चुके हैं.
UP By- Election: उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर जल्द ही उपचुनाव होने वाले हैं और इसको लेकर राजनीतिक सरगर्मियाँ तेज हो गई हैं. पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) भी इस चुनावी मुकाबले में पूरी तैयारी के साथ उतरी है. राज्य की 9 सीटें ऐसी हैं जहां मौजूदा विधायक लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंच चुके हैं, जिससे इन सीटों पर उपचुनाव जरूरी हो गए हैं. समाजवादी पार्टी (सपा), भाजपा और बीएसपी ने अपनी-अपनी रणनीतियों को अमल में लाना शुरू कर दिया है.
BSP ने किया बड़ा ऐलान
इस बीच मायावती ने फूलपुर और मझवा सीटों के बाद अब कटेहरी सीट पर भी उपचुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया है. बीएसपी प्रमुख ने कटेहरी विधानसभा उपचुनाव के लिए अमित वर्मा उर्फ जितेंद्र भैया को पार्टी का प्रभारी नियुक्त किया है. बीएसपी में आमतौर पर प्रभारी ही पार्टी के प्रत्याशी होते हैं. जिससे यह संकेत मिलता है कि अमित वर्मा पार्टी के उम्मीदवार हो सकते हैं. इस मौके पर बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल भी मौजूद थे. अमित वर्मा का दावा है कि वह इस सीट पर जीत दर्ज कर बीएसपी को मजबूती देंगे.
उपचुनाव के लिए मायावती क्या नया दांव
कटेहरी का उपचुनाव अमित वर्मा के लिए आसान नहीं होगा. समाजवादी पार्टी ने इस सीट समेत बाकी सभी सीटों पर भी चुनाव प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है. अखिलेश यादव की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने कटेहरी से अपने चाचा शिवपाल यादव को प्रभारी बनाया है. वहीं, अतीक अहमद और उनके भाई की हत्या को एक साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, और यूपी सरकार की स्पेशल टीम की जांच रिपोर्ट में यूपी पुलिस को क्लीन चिट मिल चुकी है.
जानें कौन हैं अमित वर्मा?
अमित वर्मा की बात करें तो इन्होंने हाल ही में कांग्रेस जिला अध्यक्ष का बसपा में शामिल हुए हैं. अब BSP ने उन्हें कटेहरी विधान सभा का प्रभारी बनाकर एक तरह से उनका टिकट फाइनल कर दिया है. अमित वर्मा 2005 में पहली बार ज़िला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़े और हार गए. 2012 के विधान सभा चुनाव में अमित वर्मा उर्फ जितेंद्र को कांग्रेस ने कटेहरी से अपना प्रत्याशी बनाया था. इस चुनाव में कांग्रेस को करीब 12 हज़ार वोट मिले थे. साल 2020 में अमित वर्मा को कांग्रेस का जिलाध्यक्ष बनाया गया. करीब दो महीने पहले इन्होंने कांग्रेस छोड़कर बसपा का दामन थाम लिया.