उत्तराखंड के जोशीमठ में हजारों परिवार सिसक रहे हैं।एक तो ठंड के मारे बुरा हाल और ऊपर से अपनी खून-पसीने की कमाई से बनाए गये घरों में बुल्डोजर चलने का डर।मानो सब-कुछ लुट चुका है।आज जिन भवनों में दरारें पड़ गयी हैं,उनके ध्वस्तीकरण का काम शुरू होगा लेकिन अभी खबर है कि जोशीमठ में मौसम बिगड़ गया है और हल्की बारिश भी होने लगी है।इस वजह से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में देरी हो रही है।
हालात ये हैं कि लोग मुआवजे के बगैर घरों को खाली करने के लिए तैयार नहीं है।प्रशासन ने होटल मालिकों की बैठक बुलाई है।बताया जाता है कि 53 परिवारों को 5-5 हजार की मदद दी जा रही है।ज्यादा नुकसान वाले 30 घरों को 1 लाख 30 हजार की मदद दी जाएगी।
प्रशासन लगातार अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहा है।खबर है कि 723 मकानों में दरार है।फिलहाल 131 लोग विस्थापित किए जा चुके हैं,344 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।अभी 1425 लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं। First Updated : Wednesday, 11 January 2023