बुरहानपुर: मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी 31 फीट की वाटर प्रूफ भगवान शंकर के गोद में बैठे बाल गणेश की प्रतिमा स्थापित
बुरहानपुर जिले में मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी 31 फीट की वाटर प्रूफ प्रतिमा, भगवान शंकर के गोद में बैठे बाल गणेश प्रतिमा की स्थापना बुरहानपुर में हुई है, फूलों के राजा से प्रसिद्ध मंडल ने इस प्रतिमा की स्थापना की है,
बुरहानपुर जिले में मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी 31 फीट की वाटर प्रूफ प्रतिमा, भगवान शंकर के गोद में बैठे बाल गणेश प्रतिमा की स्थापना बुरहानपुर में हुई है, फूलों के राजा से प्रसिद्ध मंडल ने इस प्रतिमा की स्थापना की है, इस मूर्ति का निर्माण करते समय वर्तमान में चल रहे बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए किया गया है इसलिए यह मूर्ती पूरी तरह से वाटर प्रूफ है।
इस वर्ष गणेश मंडलो द्वारा काफी बड़ी-बड़ी प्रतिमाएं विराजित की गई है। इस वर्ष प्रशासन द्वारा किसी प्रकार से कोई प्रतिबंध नही लगाया गया। जिसके कारण गणेश मंडलो ने कई फिट ऊंची प्रतिमाओं किं स्थापना की है, जो कि पुणे की तर्ज पर बुरहानपुर में भी ऊंची प्रतिमाओं के लिए प्रसिद्ध है।
पुणे के बाद ऊंची प्रतिमाओं में बुरहानपुर का नाम आता है, इसी के चलते इस वर्ष शहर के मुख्य पोस्ट आफिस के पास मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी प्रतिमा विराजित की है। इस मूर्ति का निर्माण करते समय वर्तमान में चल रहे बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए किया गया है, इसलिए यह मूर्ती पूरी तरह से वाटर प्रूफ है, और इसकी ऊंचाई करीब 31 फिट बताई जा रही है।
जो कि भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, इस प्रतिमा को देखने के लिए खंडवा, खरगोन, बड़वानी और महाराष्ट्र सहित दूर-दूर से श्रद्धालु आकर्षित प्रतिमा को देखने के लिए पहुंच रहे हैं। भगवान शंकर के गोद में बाल गणेश विराजमान है, श्रद्धालु इस प्रतिमा के पास आकार दर्शन के साथ-साथ सेल्फी भी ले रहे हैं।
मुंबई के कलाकार विनय पोरवाल ने इस मूर्ति को अंतिम रूप दिया है, मूर्ति के साथ-साथ शिवलिंग नंदी भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। प्रदेश की सबसे ऊंची और सबसे खूबसूरत मूर्ति बुरहानपुर में स्थापित की गई है, इसको बैठाने का मकसद है कि प्रदूषण फ़ैल रहा है, इसलिए इको फ्रेंडली मूर्ति बैठाई गई है।