Video: बठिंडा में पुल से नाले में में गिरी बस, 8 लोगों की मौत कई घायल
Bathinda bus accident: पंजाब के बठिंडा में शुक्रवार को एक बस के नाले में गिर जाने से कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई. इसके साथ ही कई अन्य के घायल होने की खबर सामने आ रही है. हादसा बठिंडा के कोट शमीर रोड पर उस समय हुई जब तलवंडी साबो से आ रही बस पुल पार करते समय नाले में गिर गई.
Bathinda bus accident: पंजाब के बठिंडा जिले में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हुआ जब एक बस नाले में गिर गई. इस दुर्घटना में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. घटना के बाद राहत और बचाव कार्य तेज़ी से शुरू किया गया.
यह हादसा बठिंडा के कोट शमीर रोड पर हुआ. तलवंडी साबो से आ रही यह बस पुल पार करते समय अनियंत्रित होकर नाले में जा गिरी. स्थानीय लोग और राहतकर्मी मौके पर पहुंचकर घायलों को बाहर निकालने और उनकी मदद करने में जुट गए.
VIDEO | Punjab: At least eight people lost their lives after a bus fell off a bridge in Bathinda amid heavy rainfall. Rescue operation is underway and details are awaited.
— Press Trust of India (@PTI_News) December 27, 2024
(Source: Third Party)
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/y7o8PfmqOt
स्थानीय लोगों ने की मदद
घटना के तुरंत बाद, आस-पास के स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और बस में फंसे लोगों को बाहर निकालने में मदद की. प्रशासन और बचाव दल ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया. घायलों को पास के अस्पतालों में पहुंचाया गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है.
हादसे के कारणों की जांच जारी
इस हादसे के कारणों की जांच की जा रही है. पुलिस और स्थानीय प्रशासन का कहना है कि दुर्घटना के सही कारण का पता लगाने में थोड़ा समय लग सकता है. आम आदमी पार्टी के विधायक जगरोप सिंह गिल ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा, "यह बेहद दुखद घटना है. मृतकों और घायलों के परिवारों को सरकार से आर्थिक मदद दी जानी चाहिए, ताकि वे इस कठिन समय में संभल सकें."
घायलों और मृतकों की संख्या
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हादसे में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. 21 घायलों को अस्पताल लाया गया, जिनमें से तीन की हालत गंभीर थी.
प्रमुख कदम उठाने की आवश्यकता
इस तरह की घटनाओं से यह सवाल उठता है कि पुलों और सड़कों की सुरक्षा के लिए और सख्त कदम क्यों नहीं उठाए जा रहे हैं. यह समय है कि प्रशासन इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए सुधारात्मक कदम उठाए.